General Elections In Spain: स्पेन में रविवार (23 जुलाई) को आम चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है. ज्यादातर सर्वे का अनुमान है कि अल्बर्टो नुनेज फीजू की रूढ़िवादी पॉपुलर पार्टी (पीपी) चुनाव जीतेगी. स्पेन के निवासी रविवार को यह तय करने के लिए मतदान के लिए निकले कि क्या समाजवादी प्रधान मंत्री पेड्रो सांचेज को फिर से सत्ता की बागडोर सौंपी जाएगी?
स्पेन की डाक सेवा ने शनिवार को कहा कि स्पेन के 37.5 मिलियन पंजीकृत मतदाताओं में से 2.47 मिलियन से मतदाताओं ने छुट्टी पर होने के बाबजूद मतदान किया है. डाक सेवा ने बताया कि मतदान केंद्र सुबह 9:00 बजे खुले और बंद होने का समय रात 8:00 बजे है. उन्होंने बताया कि वोट के परिणाम कुछ घंटों बाद आने की उम्मीद है.
बता दें कि पीपी नेता के लिए चुनाव प्रचार का यह आखिरी सप्ताह कुछ अच्छा नहीं रहा. पीपी नेता पेंशन के मुद्दे पर लड़खड़ा गए और 1990 के दशक में दोषी ठहराए गए ड्रग डीलर के साथ उनके संबंधों के बारे में परेशान करने वाले सवालों ने उन्हें फिर से घेर लिया. इन सबके बाबजूद भी अगर पीपी जीत गई तो यह हैरान कर देने वाली बात होगी.
फीजू को जीतने की उम्मीद
मैड्रिड के कार्लोस III विश्वविद्यालय के राजनीतिक वैज्ञानिक पेड्रो रीरा सग्रेरा ने कहा, "फीजू को उम्मीद है कि उनकी पार्टी 350 सीटों वाली संसद में 176 प्रतिनिधियों के आंकड़े तक पहुंच जाएगी, जो उसे अपने दम पर शासन करने की अनुमति देगी, लेकिन सर्वे दिखाते हैं कि वह संभवतः वो असफल हो जाएंगे और उन्हें एकमात्र साझेदार वोक्स के साथ सौदा करना होगा.
दैनिक समाचार पत्र एल मुंडो में शुक्रवार (21 जुलाई) को प्रकाशित एक इंटरव्यू में फीजू ने वोक्स के संबंध में अपनी योजनाओं को गुप्त रखा और कहा कि किसी उम्मीदवार को चुनाव से दो दिन पहले यह नहीं कहना चाहिए कि वो किसके साथ गठबंधन करेगा.
उन्होंने कहा, ''वोक्स के साथ गठबंधन सरकार आदर्श नहीं है.'' उन्होंने वामपंथी और उदारवादी मतदाताओं को एकजुट करने की कोशिश करने के लिए एक राष्ट्रीय पीपी-वोक्स सरकार की संभावना का उपयोग किया है. फीजू ने बुधवार (19 जुलाई) को एक टीवी बहस के दौरान चेतावनी दी कि ऐसी सरकार अधिकारों के मामले में न केवल स्पेन के लिए एक कदम पीछे होगी, बल्कि यूरोपीय परियोजना के लिए भी एक गंभीर झटका होगी.
सुदूर-वामपंथी पार्टी पोडेमोस को इस साल सुमार ने अपने में साथ जोड़ लिया है, जो उनके अत्यधिक लोकप्रिय श्रम मंत्री, योलान्डा डियाज, एक कम्युनिस्ट के नेतृत्व में एक नया गठन है, जबकि सोशलिस्ट और पोडेमोस आपस में भिड़ते रहते हैं.
राजनीतिक वैज्ञानिक पेड्रो रीरा ने कहा कि वामपंथी गठबंधन के सत्ता में बने रहने की संभावना कम है और बहुत कम उम्मीद है कि कोई भी पक्ष पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाएगा, जिसका मतलब कुछ महीनों में दोबारा चुनाव हो सकता है.
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