Wagner Rebellion: मुसीबत में रूस! राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद किया स्वीकार, वैगनर ग्रुप को दी चेतावनी, जानें पांच बड़ी बातें
Vladimir Putin On Wagner Rebellion: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्वीकार किया है कि वैगनर समूह के लड़ाकों ने रोस्तोव-ऑन-डॉन शहर पर कब्जा जमा लिया है. सैन्य स्थल विद्रोहियों के नियंत्रण में है.
Wagner Group Rebellion: यूक्रेन से जारी युद्ध के बीच रूस के वैगनर समूह के प्रमुख ने रूसी रक्षा मंत्रालय के खिलाफ बगावत कर दी है. ऐसे में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार (24 जून) को स्वीकार किया कि दक्षिणी शहर रोस्तोव-ऑन-डॉन मुश्किलों में है. शहर पर वैगनर समूह के लड़ाकों ने कब्जा जमा लिया है. साथ ही वहां स्थित प्रमुख सैन्य स्थल विद्रोहियों के नियंत्रण में है.
गौरतलब है कि वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन की बगावत के बाद रूसी रक्षा मंत्रालय ने उनकी गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है. बिगड़ते माहौल को देखते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को राष्ट्र को संबोधित किया.
आइए जानते हैं पुतिन के संबोधन की पांच बड़ी बातें, जो दर्शाती हैं कि रूस मुश्किल परिस्थियों का सामना कर रहा है.
1- अपने संबोधन में पुतिन ने कहा कि रोस्तोव-ऑन-डॉन में स्थिति को स्थिर करने के लिए निर्णायक कदम उठाए जाएंगे. वैगनर समूह के कारण शहर में स्थिति गंभीर बनी हुई है. नागरिकों के साथ-साथ सैन्य अधिकारियों का काम भी वहां अवरुद्ध हो रहा है.
2- पुतिन ने स्वीकार किया कि कोई भी आंतरिक उथल-पुथल एक राष्ट्र के रूप में हमारे लिए घातक साबित हो सकती है. उन्होंने वैगनर समूह के विद्रोह को रूस के लिए विश्वासघात करार दिया. साथ ही कहा कि सेना के खिलाफ हथियार उठाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.
3- पुतिन ने वैगनर समूह पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमारे देश की पीठ में छुरा घोंपने जैसा है. हमें जो सामना करना पड़ा है वह बिल्कुल विश्वासघात है. उन्होंने कहा कि असाधारण महत्वाकांक्षाएं और व्यक्तिगत हित देशद्रोह को जन्म देते हैं.
4- पुतिन ने कहा कि रूसी राष्ट्र के भाग्य का फैसला अभी किया जा रहा है, हमें सभी ताकतों को एकजुट करने और किसी भी मतभेद को दूर करने की आवश्यकता है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जो कोई भी विद्रोह के पक्ष में कदम उठाएगा उसे दंडित किया जाएगा. उन्हें कानून और हमारे लोगों को जवाब देना होगा.
5- आखिर में पुतिन ने संकल्प लेते हुए कहा, ''मैं अपने देश की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करूंगा. जिन लोगों ने सशस्त्र विद्रोह का आयोजन किया है, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाएगा. जो लोग इसमें शामिल हैं, उनसे मैं आपराधिक कार्यों को रोकने का आह्वान करता हूं.''