China Taiwan Conflict: चीन और ताइवान के बीच स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. मंगलवार को ताइवान ने एक बार फिर दावा किया कि द्वीप के आसपास 9 चीनी युद्धपोतों और 26 विमानों को देखा गया है. गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार को ही चीन ने अपने युद्ध अभ्यासों की समाप्ति की घोषणा की थी.


ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार चीन ने अपने सैन्य विमानों को मंगलवार की सुबह भेजा, जिन्होंने उत्तर, मध्य तथा दक्षिण दिशाओं से मीडियन लाइन को पार किया. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने यह भी कहा कि युद्धपोतों को स्थानीय समयानुसार 11 बजे सुबह देखा गया. बता दें कि ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन की अमेरिका यात्रा के बाद से चीन बौखलाया हुआ है. 


इससे पहले चीन की तरफ से ताइवान को सभी दिशाओं से घेरकर एक मिलिट्री ड्रिल किया गया था, जो तीन दिन तक चला और सोमवार को ही खत्म हुआ. चीन के मिलिट्री ड्रिल को देख अनुमान लगाया जा रहा था कि चीन ताइवान पर हमला करने का मन बना चुका है. हालांकि तीन ने अपने तीन दिवसीय युद्ध अभ्यास को खत्म कर दिया है. हालांकि द्वीप के आसपास चीनी युद्धपोतों और विमानों की मौजूदगी ताइवान के लिए खतरे के संकेत हैं. 


मौजूदा तनाव की वजह 


ताईवान की राष्ट्रपति और अमेरिकी संसद के स्पीकर केविन मैककार्थी के बीच हुए बैठक पर चीन भड़क उठा. चीन ने पहले ही अमेरिका को चेताया था कि साई इंग वेन से कोई अमेरिकी राजनेता मिला तो वह बर्दाश्त नहीं करेगा. लेकिन यह बैठक हुई और चीन एक्शन के मूड में आ गया.


चीन ताइवान के बीच विवाद क्यों 


दरअसल, चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता रहा है, जबकि ताइवान खुद को स्वतंत्र मानता है और चीन के दावों को खारिज करता है. मिलिट्री ड्रिल की समाप्ति के बाद चीन की तरफ से कहा गया कि सेना युद्ध के लिए तैयार है. चीन ने कहा है कि उसकी सेना किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को कुचलने के लिए तैयार है. 


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