Turkiye-Syria Earthquake: भूकंप से तबाह हुए तुर्किए और सीरिया में करीब 20 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. प्रभावित इलाकों में भारतीय रेस्‍क्‍यू टीमों ने लोगों को बचाने के लिए वहां दिन-रात एक कर दिया है. भारत की एनडीआरएफ टीम कई खोजी कुत्‍तों के साथ ग्राउंड जीरो पर बचाव और राहत अभियान चला रही है. गुरुवार को एनडीआरएफ ने वहां 6 साल की बच्ची को मलबे से निकालकर बचाया. इस घटना का वीडियो सामने आया है.


इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक बच्‍ची कंबल में लिपटी हुई है. उसे एक खास उपकरण के साथ मजबूती से सुरक्षा प्रदान की गई, वहीं एक डॉक्टर बच्‍ची की तबियत जांच रहा है. पीले हेलमेट में लोग उस बच्‍ची को धीरे से स्ट्रेचर पर ले जाते हैं. 






इस ऑपरेशन का वीडियो भारतीय गृह मंत्रालय के ट्विटर हैंडिल पर भी शेयर किया गया. वीडियो के कैप्शन के मुताबिक, तुर्किए में एनडीआरएफ की टीम द्वारा छह साल की बच्ची को एक ढही हुई इमारत के मलबे से निकाला गया था. टीम उसे सुरक्षित बाहर निकालने में सफल रही. यह सब उस देश में हुआ, जहां 6 फरवरी को भूकंप के तीव्र झटकों ने व्‍यापक तबाही मचाई थी. 


भारत चला रहा ऑपरेशन दोस्त


भारतीय गृह मंत्रालय के स्‍पोक्‍सपर्सन ने "ऑपरेशन दोस्त" के हैशटैग के साथ ट्वीट किया, "इस प्राकृतिक आपदा में हम तुर्किए के साथ खड़े हैं. हमारी एनडीआरएफ टीम ग्राउंड जीरो पर बचाव और राहत अभियान चला रही है. आज टीम IND-11 ने गाजियांटेप के नूरदागी से 6 साल की बच्ची को सफलतापूर्वक बचाया." वहीं, एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने कहा कि मंगलवार को एनडीआरएफ के 51 कर्मियों का एक दल वहां पहले से तैनात दो टीमों में शामिल होने के लिए तुर्किए के लिए रवाना हुआ. 




एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि मंगलवार को तुर्किए भेजी गई दो टीमों में विभाजित 101 कर्मियों को गाजियांटेप प्रांत के नूरदगी और भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित दो क्षेत्रों उरफा में तैनात किया गया है. 


टीमों के पास राशन, टेंट और अन्य रसद पर्याप्‍त


एनडीआरएफ की टीमें लगभग दो सप्ताह तक खुद को वहीं बनाए रख सकती हैं, क्योंकि उनके पास राशन, टेंट और अन्य रसद पर्याप्‍त मात्रा में हैं. करवाल ने कहा, "हमने अपने बचावकर्मियों को तुर्किए की अत्यधिक ठंडी जलवायु में काम करने के लिए विशेष सर्दियों के कपड़े मुहैया कराए हैं. यह कपड़े भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और कुछ अन्य संस्थाओं से लिए गए हैं."


जब लोग सो रहे थे, तब आया था भूकंप


तुर्किए में प्रभावित क्षेत्रों में, बचावकर्मी कड़कड़ाती ठंड के बीच जीवित बचे लोगों की तलाश में जुटे हैं. वहां हजारों इमारतें ढही हैं, और खराब मौसम की वजह से पिछले 4 दिनों में राहत कार्यों में काफी बाधाएं आई हैं. तुर्किए और सीरिया में सोमवार तड़के 7.8 तीव्रता का भूकंप उस समय आया था, जब लोग सो रहे थे.


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