Rishi Sunak On Taliban: अफगानिस्तान में तालिबानी फरमान दिया गया है जिसमें महिलाओं की विश्वविद्यालयों की शिक्षा पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसकी आलोचना पूरी दुनिया में हो रही है. इसी क्रम में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि हम तालिबान का आकलन उसके कामकाज से करेंगे. उन्होंने अफगानिस्तान में तालिबान के इस कदम को गभीर बताया है.


ब्रिटेन सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ऋषि सुनक ने कहा है कि बेटियों के पिता के रूप में, मैं एक ऐसी दुनिया की कल्पना भी नहीं कर सकता जिसमें उन्हें शिक्षा से वंचित रखा जाता हो. अफगानिस्तान की महिलाओं के पास देने के लिए बहुत कुछ है. उन्हें विश्वविद्यालय की शिक्षा से वंचित रखना एक गंभीर कदम है. उन्होंने आगे कहा कि दुनिया इसे देख रही है और हम तालिबान का आकलन उसके काम को देख कर करेंगे.


अफगानिस्तान का तालिबानी फरमान


अफगानिस्तान में जब से तालिबान की सरकार बनी है तब से आए दिन नए फरमान जारी होते रहते हैं. इसी बीच तालिबान ने एक नया फरमान जारी किया, जिसके मुताबिक अफगान लड़कियों और महिलाओं की विश्वविद्यालय शिक्षा पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगा दिया गया. 3 महीने पहले ही पूरे अफगानिस्तान में हजारों लड़कियों और महिलाओं ने विश्वविद्यालयों में आयोजित एडमिशन टेस्ट दिया था.


अफगानिस्तान की छात्राएं परेशान


यूनिवर्सिटी पर बैन की खबर से अफगान छात्राएं परेशान हैं. कैंपस के बाहर छात्राओं को उनके दोस्तों और परिवार के सदस्यों ने सांत्वना दी. समाचार एजेंसी एएफपी को 23 साल की नर्सिंग छात्रा अमिनी ने बताया कि हम सभी पिंजरे में बंद पक्षियों की तरह महसूस कर रहे हैं, हम एक दूसरे को गले लगा रहे हैं, हम रोए और चिल्लाए कि हमारे साथ ऐसा क्यों हो रहा है?  


कैंपस के बाहर छात्रा अमिनी अपनी तीन बहनों के साथ आई थी. उसकी दो बहनें पहले से ही माध्यमिक स्कूल जाने से प्रतिबंधित हैं और एक डिग्री के लिए पढ़ रही थी. इन तक यूनिवर्सिटी पर महिलाओं के बैन की खबर देर रात में सोशल मीडिया के जरिए पहुंची.


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