Vladimir Putin News: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने एक बार फिर पश्चिमी देशों को लेकर बयान जारी किया है. उनका कहना है कि रूस और बेलारूस ऐसे देश हैं, जो पश्चिम के साथ काम करने के लिए तैयार हैं, लेकिन आपसी सम्मान होने पर ही. बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको (Alexander Lukashenko) ने भी इसपर सहमति व्यक्त की है.
अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा कि उनका मानना है कि पश्चिम का भविष्य रूस के पास है. रूस के पास वह सब कुछ है, जो उन्हें (पश्चिम) चाहिए. साथ ही पश्चिम के पास भी रूस और बेलारूस की जरूरत की चीजें हैं. उन्होंने कहा कि वे और क्या चाहते हैं? उन्हें सिर्फ जिम्मेदार फैसला लेने की जरूरत है.
'पश्चिम को सम्मान से पेश आना चाहिए'
इसपर पुतिन भी उनकी बातों से सहमत हुए और उन्होंने जोर देकर कहा कि पश्चिम को "हमारे साथ सम्मान से पेश आना चाहिए". उन्होंने इससे पहले अपने बयान में कहा था कि पश्चिम अनिवार्य रूप से मास्को के खिलाफ युद्ध छेड़ रहा था, जिससे रूस कमजोर हो जाए. पश्चिमी देशों का मकसद एकजुट होकर रूस को नष्ट करना है.
पहले भी पश्चिमी देशों को दे चुके हैं चेतावनी
इसके साथ ही पुतिन ने आंशिक सैन्य लामबंदी (Partial Military Mobilization) का आदेश जारी किया था. उन्होंने कहा था कि देश में अब 3,00,000 रिजर्व सैनिकों को तैनात किया जाएगा. उनकी यह चेतावनी पश्चिमी देशों से तनाव के बीच आई थी. उन्होंने कहा था कि पश्चिम ने सीमा पार कर दी है. पश्चिम रूस को कमजोर करने, विभाजित करने और नष्ट करने की कोशिश कर रहा है.
इतना ही नहीं पुतिन ने अमेरिका समेत पश्चिमी देशों को धमकी देते हुए कहा था कि न्यूक्लियर अटैक (Nuclear Attack) की चेतावनी को हल्के में न लिया जाए. उन्होंने कहा एटमी चेतावनी कोई ड्रामा नहीं है. रूस पर खतरा नजर आया तो एटमी हमला करने से पीछे नहीं हटेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने परमाणु हथियारों का उपयोग करने के लिए गैर-जिम्मेदार परमाणु धमकी देने का आरोप लगाते हुए पुतिन पर पलटवार किया था.
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