भारत के साथ रिश्तों पर क्या बोल गए अमेरिकी अधिकारी, हर ओर दोनों देशों की हो रही चर्चा
America India Relations: पटेल ने इस बात का जिक्र किया कि पिछले वर्ष अमेरिका ने प्रधानमंत्री मोदी की राजकीय यात्रा की मेजबानी की थी.
America India Relations: अमेरिका के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि उनका देश आर्थिक और सुरक्षा सहयोग समेत कई अहम क्षेत्रों में भारत के साथ संबंधों को गहरा कर रहा है और वह ऐसा करना जारी रखेगा. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में भारत और अमेरिका के बीच संबधों अैर इटली में हालिया जी-7 शिखर सम्मेलन के इतर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच हुई बातचीत से जुड़े एक सवाल के जवाब में यह बात कही.
उन्होंने कहा, ‘‘भारत एक ऐसा देश है जिसके साथ हम कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों, विशेष रूप से आर्थिक संबंधों, सुरक्षा सहयोग के क्षेत्र में अपने संबंधों को प्रगाढ़ कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को कुछ सप्ताह पहले जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी से कुछ देर मुलाकात करने का अवसर मिला था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम इन संबंधों को मजबूत करते रहने की दिशा में काम करेंगे.’’
पटेल ने इस बात का जिक्र किया कि पिछले वर्ष अमेरिका ने प्रधानमंत्री मोदी की राजकीय यात्रा की मेजबानी की थी. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ऐसे कई और क्षेत्र हैं जहां दोनों देश सहयोग को और गहरा कर सकते हैं. ’’
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल जून में राष्ट्रपति बाइडन के निमंत्रण पर अमेरिका की यात्रा की थी और इस दौरान दोनों देशों ने रक्षा, व्यापार और अंतरिक्ष सहयोग संबंधी कई बड़े समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे. उन्होंने कहा, ‘‘(अमेरिका के) राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी कुछ सप्ताह पहले दिल्ली का दौरा किया था.’’
सुलिवन ने 17 से 18 जून तक भारत की यात्रा की थी और अपने समकक्ष अजीत डोभाल के साथ व्यापक वार्ता की थी जिसमें महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर महत्वाकांक्षी भारत-अमेरिका पहल (आईसीईटी) के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया गया था.
पाकिस्तान से जुड़े एक सवाल के जवाब में पटेल ने आतंकवाद की निंदा की, लेकिन कहा, ‘‘यह अंतत: भारत और पाकिस्तान के बीच का मामला है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मोटे तौर पर, हम किसी भी देश द्वारा अपने पड़ोसियों के साथ अधिक सकारात्मक संबंध बनाने का निश्चित रूप से स्वागत करते हैं लेकिन जहां तक विशेष रूप से इससे संबंधित बात है, तो मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता.’’