Ukrainian Dragon Drone: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रुकने का नाम नहीं ले रहा है, लेकिन इस समय यूक्रेन रूस पर आक्रमक बना हुआ है. यूक्रेन की राजधानी खारकीव के रूसी कब्जे वाले इलाकों में यूक्रेनी सेना की ओर से आग उगलने वाले 'ड्रैगन' ड्रोन गिराने के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब पोस्ट किए गए हैं. 


बीते बुधवार (चार अगस्त) को यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने भी टेलीग्राम पर एक वीडियो अपलोड किया, जिसमें कुछ कम ऊंचाई पर उड़ने वाले ड्रोन 'आग की धार छोड़ते हुए दिखाई दे रहे थे, लेकिन ये ड्रैगन ड्रोन क्या है और इसकी खासियत क्या है आइये आपको 10 पॉइंट्स में बताते हैं. 






क्या है ड्रैगन ड्रोन? 



  1. ड्रैगन ड्रोन वास्तव में थर्माइट गिराता है, जो एल्यूमीनियम पाउडर और आयरन ऑक्साइड का एक सफेद-गर्म मिश्रण होता है. 

  2. थर्माइट 4000 डिग्री फारेनहाइट  (2200 डिग्री सेल्सियस) तक के तापमान पर जलता है इसलिए, यह पेड़ों और पर्यावरण के आवरण को जल्दी से जला सकता है.

  3. जब इसे नीचे गिराया जाता है तो एल्यूमीनियम पाउडर और आयरन ऑक्साइड का मिक्सचर किसी ड्रैगन की उगली हुई आग के जैसे दिखता है. इसलिए इसे ड्रैगन ड्रोन नाम दिया गया है. 

  4. थर्माइट को जल्दी नहीं बुझाया सकता यही कारण है कि ये लगभग हर चीज को जला सकता है, यहां तक की किसी मेटल को भी जला सकता है. 

  5. इस मिश्रण का इस्तेमाल जर्मनी और मित्र राष्ट्रों ने द्वितीय विश्व युद्ध में किया था. 1960 के दशक से 2014 तक अमेरिका की सेना ने इसका इस्तेमाल किया और 2023 में फिर से उत्पादन शुरू किया गया. 

  6. इसकी खोज 1890 के दशक में की गई थी और मूल रूप से इसका इस्तेमाल रेलवे ट्रैक को वेल्ड करने के लिए किया जाता था. एक्शन ऑन आर्म्ड वायलेंस (AOAV) के अनुसार, इस सामग्री को डायरेक्ट हैच के माध्यम से गिराया जाता है, जहां तेज गर्मी जल्दी से प्रज्वलित होती है और अंदर की हर चीज को गिरा देती है. 

  7. AOAV नाम के UK स्थित युद्ध-विरोधी वकालत समूह का कहना है कि यह सटीकता, पारंपरिक रक्षा को बायपास करने की ड्रोन की क्षमता के साथ मिलकर थर्माइट को युद्ध में अत्यधिक प्रभावी उपकरण बनाती है.

  8. थर्माइट एक प्रकार का आग लगाने वाला हथियार है, जिसमें नैपलम और सफेद फास्फोरस शामिल हैं

  9. संयुक्त राष्ट्र निरस्त्रीकरण कार्यालय के अनुसार आग लगाने वाले हथियार बड़े पैमाने पर विनाश और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं और ऐसी आग पैदा करते हैं, जिसका पूर्वानुमान लगाना और उसे रोकना मुश्किल होता जाता है.

  10. ह्यूमन राइट्स वॉच (HRW) का कहना है कि ये हथियार 'चौथे या पांचवें दर्जे की जलन' पैदा कर सकते हैं और मांसपेशियों, स्नायुबंधन, टेंडन, नसों, रक्त वाहिकाओं और यहां तक ​​कि हड्डियों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं.


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