नई दिल्लीः भारतीय मूल की पहली अमेरिकी सीनेटर कमला हैरिस एक समय जो बिडेन को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए चुनौती दे रहीं थीं, अब जो बिडेन ने उन्हें उप-राष्ट्रपति पद के लिए अपना साथी उम्मीदवार चुना है. डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन ने पहली अमेरिकी सीनेटर कमला हैरिस को उप-राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. बिडेन ने उन्हें बहादुर योद्धा और अमेरिका के सबसे बेहतरीन नौकरशाहों में से एक करार दिया.
कश्मीर पर हैरिस का रुख
कमला हैरिस भले ही भारतीय मूल की हों लेकिन भारत सरकार की नीतियों को लेकर हैरिस हमेशा आलोचक की भूमिका में रही हैं. कमला हैरिस ने कश्मीर मुद्दे से लेकर नागरिकता संशोधन कानून पर भी भारतीय सरकार की आलोचना की थी.
कश्मीर विवाद पर उन्होंने कहा था 'हमें कश्मीरियों को याद दिलाना होगा कि वे दुनिया में अकेले नहीं हैं. हम उनके हालात पर नजर रखें हुए हैं. मानवाधिकार का हनन करने वाला हमेशा यकीन दिलाता है कि उसकी हिंसा को कोई देख नहीं रहा है. इसे फर्क नहीं पड़ता है. यहीं हनन करने वाले का हथियार है. लेकिन हम देख रहे हैं. हमारे मुल्यों का हिस्सा है कि हम बोलें. मानवाधिकार के मामले में बोलें और जरूरत पड़े तो दखल दें.'
कौन हैं कमला हैरिस
भारतीय मूल की सीनेटर कमला हैरिस की मां का जन्म तमिलनाडु में हुआ था. उनके पिता जैमेका के अफ्रीकी अमेरिकी हैं. दोनों अमेरिका पढ़ने के लिए आए थे और उसके बाद यहां बस गए. बाद में माता-पिता का तलाक हो गया था. कमला कैलिफोर्निया से हैं, वह आंशिक भारतवंशी हैं दिवंगत कैंसर शोधकर्ता श्यामल गोपालन उनकी मां थीं और उनके पिता डोनाल्ड हैरिस, अफ्रीकी जमैकन हैं.
कमला हैरिस का सफर
कमला हैरिस ने हावर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी जो कि एक अश्वेत कॉलेज और यूनिवर्सिटी की हैसियत से पहचानी जाती है. हावर्ड के बाद कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की है. उसके बाद कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल बनीं.
कमला इस पद पर पहुंचने वाली पहली महिला और पहली अफ्रीकी-अमरीकी थीं. सीनेटर कमला हैरिस दो बार अटॉर्नी जनरल के पद पर रहीं और इसके बाद साल 2017 में सांसद बनीं. कमला दूसरी अश्वेत महिला हैं, जो सांसद बनी
इससे पहले, लुसियाना के पूर्व गवर्नर बॉबी जिंदल ने 2015 के चुनाव में मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ चुनाव लड़ा था.
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