Nobel Prize History: नोबेल पुरस्कार 2023 का शेड्यूल जारी कर दिया गया है. 2023 के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा 2 अक्टूबर 2023 से की जाएगी. भारत में भी इसकी चर्चा खूब हो रही है, लेकिन इस बीच लोगों के मन में इससे जुड़े कई सवाल भी उठते हैं, जिसकी जानकारी सबको नहीं होती. आज हम आपको बताएंगे नोबेल पुरस्कार से जुड़ी हर वो बात जो अब तक आप नहीं जानते थे या आप जानना चाहते हैं.


भारत के लिए नोबेल पुरस्कार नया नहीं है. भारत के कवि, लेखक, विचारक और अर्थशास्त्री इस पुरस्कार को जीत चुके हैं. भारत की तरफ से सबसे पहला नोबेल पुरस्कार 1913 में रवींद्रनाथ टैगोर ने जीता था. इसके बाद से 9 और भारतीय नोबेल पुरस्कार जीत चुके हैं.


नोबेल पुरस्कार क्या है?


नोबेल पुरस्कार एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है जो छह अलग-अलग क्षेत्रों में दिया जाता है. ये उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने पिछले वर्ष के दौरान मानव जाति को सबसे बड़ा लाभ पहुंचाया है." मूल रूप से यह पुरस्कार फिजिक्स, केमिस्ट्री, साइकॉलजी, मेडिसिन, साहित्य और शांति के क्षेत्र में दिया जाता है. इसमें शांति पुरस्कार की विशेषता यह है कि ये उस व्यक्ति को दिया जाता है जिसने राष्ट्रों के बीच फैलोशिप को आगे बढ़ाने, स्थायी सेनाओं को समाप्त करने या कम करने और शांति की स्थापना और प्रचार के लिए सबसे अधिक या सबसे अच्छा काम किया है. 1968 में इसमें सातवां पुरस्कार जोड़ा गया था जो आर्थिक विज्ञान के क्षेत्र में था. यह पुरस्कार आधिकारिक तौर पर नोबेल पुरस्कार नहीं है, लेकिन इसे "अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में स्वेरिजेस रिक्सबैंक पुरस्कार" कहा जाता है. इसकी स्थापना स्वेरिजेस रिक्सबैंक (स्वीडन का केंद्रीय बैंक) की ओर से की गई थी.


नोबेल पुरस्कार की स्थापना कब और कैसे हुई?


स्वीडिश वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल ने 27 नवंबर 1895 को अपनी अंतिम वसीयत और वसीयतनामा पर हस्ताक्षर किए, जिसमें उन्होंने अपनी संपत्ति का अधिकांश हिस्सा फिजिक्स, केमिस्ट्री, साइकॉलजी, मेडिसिन, साहित्य और शांति के पुरस्कारों के लिए दे दिया. नोबेल एक स्वीडिश केमिस्ट, इंजीनियर और उद्योगपति थे जो डायनामाइट के आविष्कार के लिए प्रसिद्ध हैं. उनका जन्म 21 अक्टूबर 1833 को स्टॉकहोम स्वीडन में हुआ था. 1896 में उनकी मौत हुई थी. अपनी वसीयत में उन्होंने अपनी अधिकांश संपत्ति पांच पुरस्कारों की स्थापना के लिए दे दी, जो बाद में नोबेल पुरस्कार बन गए.


इन्हें मिला सबसे पहला नोबेल पुरस्कार


पहला नोबेल पुरस्कार 10 दिसंबर 1901 को दिया गया था. सबसे पहला नोबेल पुरुस्कार विल्हेम रॉन्टगन को एक्स-रे की खोज के लिए मिला था. यह फिजिक्ट कैटेगरी में पहला पुरस्कार था. नोबेल पुरस्कार विजेताओं को धनराशि भी दी जाती है. पिछले कुछ वर्षों में पुरस्कार राशि में बढ़ोतरी हुई है और वर्तमान में यह राशि प्रति पुरस्कार $1.1 मिलियन है.


इस तरह होता नोबेल के लिए चयन


नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन कोई भी वो व्यक्ति कर सकता है जो इसके नामांकन मानदंडों को पूरा करता है. नामांकन भरने के लिए निमंत्रण पत्र की जरूरत नहीं है. नामांकन करने वाले व्यक्ति की जानकारी 50 साल बाद तक भी गुप्त रखा जाती है. नॉर्वेजियन नोबेल समिति नामांकन किए गए लोगों में से नोबेल शांति पुरस्कार विजेताओं का चयन करती है. सितंबर महीने से नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू होती है. 1 फरवरी से पहले नामांकन भेजा जा सकता है. इसके बाद समिती इन नामों पर चर्चा करती है और फरवरी से मार्च महीने के बीच एक लिस्ट तैयार की जाती है. इसके बाद इसे मार्च से अगस्त तक एडवाइजर रिव्यू के लिए भेजा जाता है. अक्टूबर में समिति नाम का चयन करती है. चयन, समिति के सभी सदस्यों के वोटिंग के आधार पर होती है. इसके बाद विजोताओं के नाम की घोषणा होती है. दिसंबर में उन्हें पुरस्कार दिया जाता है.


भारत से इन लोगों ने जीता है नोबेल पुरस्कार


भारत से अलग-अलग वर्ग में कुल 10 लोग नोबेल पुरस्कार जीत चुके हैं. इनमें रविंद्र नाथ टौगोर को साहित्य के लिए, विज्ञान के लिए सर चंद्रशेखर वेंकट रमन को, इलेक्ट्रॉन पर काम करने वाले हर गोबिंद खुराना को, मानव सेवा के लिए मदर टेरेसा को, भौतिकी यानी फिजिक्स के लिए सुब्रमण्यन चंद्रशेकर को, अर्थशास्त्र के लिए अमर्त्य सेन को, सर विद्याधर सूरजप्रसाद नायपॉल को, रसायन विज्ञान के लिए ​वेंकटरमण रामकृष्णन को, ​मजदूरों के बच्चों को शिक्षा के लिए कैलाश सत्यार्थी को और गरीबी हटाने के लिए अभिजीत विनायक बनर्जी को नोबेल पुरस्कार मिल चुका है.


महिलाओं को कितनी बार मिला नोबेल पुरस्कार


1901 से अब तक कुल 57 महिलाओं को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. पहली मैरी क्यूरी थीं और उन्होंने यह पुरस्कार दो बार जीता, यह एक से अधिक बार जीतने वाली एकमात्र महिला थीं.


सबसे ज्यादा नोबेल पुरस्कार जीतने वाले


फरवरी 2021 तक आर्थिक विज्ञान में पुरस्कार सहित 603 बार पुरस्कार दिए जा चुके हैं. कुल 962 व्यक्तियों और 28 संगठनों को यह पुरस्कार मिला है. व्यक्तिगत रूप से सबसे ज्यादा नोबेल पुरस्कार जीतने वालों में क्यूरी फैमिली का नाम आता है. वहीं देश की बात करें तो संयुक्त राज्य अमेरिका 368 के साथ पहले नंबर पर, यूके 132 के साथ दूसरे नंबर पर और जर्मनी 107 के साथ तीससरे नंबर पर है.


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