Indonesia R20 Summit: इंडोनेशिया में जी-20 रिलिजन फोरम (R20) का आयोजन हो रहा है. R20 इंडोनेशिया के G20 प्रेसीडेंसी के तहत शुरू किए गए कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का हिस्सा है. इस समिट का आयोजन 2-3 नवंबर को इंडोनेशिया के बाली (Bali) में किया जा रहा है. मुस्लिम बहुल देश इंडोनेशिया के सबसे प्रभावशाली इस्लामिक थिंक टैंकों में से एक, नहदलातुल उलमा (एनयू) इस समिट को आयोजित कर रहा है.


इस सम्मेलन का उद्देशय धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देना है. इस समिट में दुनियाभर से कई धार्मिक नेता जुटे हैं. धर्म मंच के समूह, मुस्लिम वर्ल्ड लीग, सऊदी अरब के महासचिव, शेख मोहम्मद बिन अब्दुल करीम अल-इसा ने कहा कि R20 एक वैश्विक मंच बनाकर धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देगा. इसके माध्यम से हर धर्म और राष्ट्र के धार्मिक नेता अपनी चिंताओं को व्यक्त कर सकते हैं और साझा नैतिक व आध्यात्मिक मूल्यों को आवाज दे सकते हैं. 


क्या है इस समिट का उद्देश्य?


महासचिव ने कहा कि मंच सद्भाव को बढ़ावा और दुनिया भर में शांति स्थापित करने का संदेश देता है. अगले R20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए भारत की बारी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, अल-इसा ने कहा कि वह भारत के मेजबानी करने पर खुश हैं. जिनके साथ हमारे देश का बहुत मजबूत रिश्ता है. अल-इसा ने कहा कि उन्हें इसमें कोई संदेह नहीं है कि धार्मिक नेताओं के संदेश को दुनिया में बड़े पैमाने पर पहुंचाने पर इसका बड़ा प्रभाव पड़ेगा. महासचिव ने कहा कि भारत के R20 शिखर सम्मेलन के दूसरे संस्करण की मेजबानी करने से हमें खुशी होगी. 


अल-इसा ने कहा कि मुस्लिम समूह हिंदू धार्मिक नेतृत्व के साथ दोस्ती और सहयोग साझा करता है. इन संबंधों के माध्यम से, हम G20 के ढांचे के भीतर आयोजित R20 शिखर सम्मेलन को सफल बनाने पर काम करेंगे. हम इस संबंध में भारत के प्रधानमंत्री के समर्थन की भी आशा करते हैं. निस्संदेह, R20 शिखर सम्मेलन भारत में धर्मगुरुओं के संदेश को बड़े पैमाने पर दुनिया तक पहुंचाने पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा. 


चर्चा के लिए जुटे धार्मिक नेता


G20 धर्म मंच के प्रवक्ता मुहम्मद नजीब अज़का ने कहा कि R20 धर्म मंच इंडोनेशिया में आयोजित किया जा रहा है जहां धार्मिक नेता धर्म और उसके ऐतिहासिक पहलुओं से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एकत्रित हुए हैं. हम समस्याओं को भी स्वीकार करते हैं और शांति चाहते हैं. वहीं फ्रांस के बिशप मिशेल डबॉस्ट ने कहा कि हम कई वर्षों से ईसाइयों और मुसलमानों के बीच एक कड़ी के रूप में काम कर रहे हैं. सहिष्णु होना महत्वपूर्ण है. 


हाजी सैयद सलमान चिश्ती भी पहुंचे


इस सम्मेलन में अजमेर शरीफ के हाजी सैयद सलमान चिश्ती भी पहुंचे. उन्होंने कहा कि यहां होना सम्मान की बात है. धार्मिक मंच एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. भारत विविधता का देश है जहां हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और सद्भाव से रहते हैं. ये एक महत्वपूर्ण कदम है. भारत में धार्मिक नेताओं को लाखों लोग फॉलो करते हैं. 


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