एक्सप्लोरर

इस्लाम या ईसाइयत, किस धर्म में हो रहा सबसे ज्यादा कन्वर्जन? बढ़ता जा रहा है आबादी का आंकड़ा

जर्मनी के स्कूलों में किए गए सर्वे में पता चला कि क्रिश्चन स्कूलों के बच्चे इस्लाम धर्म कबूल करना चाहते हैं. वो कुरान को देश के कानून से ज्यादा महत्वपूर्ण मानते हैं.

दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म कौन सा है? जवाब है- इस्लाम. अमेरिकी थिंक टैंक प्यू रिसर्च का अनुमान है कि साल 2075 तक इस्लाम दुनिया का सबसे बड़ा धर्म होगा. विभिन्न धर्मों में फर्टिलिटी रेट, युवाओं की आबादी और कंवर्जन के आधार पर यह अनुमान लगाया गया है कि 2015 से 2060 के बीच दुनियाभर में मुसलमान दोगुनी से भी ज्यादा तेजी से बढे़ंगे. दुनिया में मौजूदा समय में ईसाइयों की आबादी सबसे ज्यादा है और उसके बाद मुसलमान हैं. अगले 4 दशक में भी ईसाइयों की ही आबादी ज्यादा रहने का अनुमान है, लेकिन सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म इस्लाम ही होगा.

प्यू रिसर्च का अनुमान है कि अगर यही ट्रेंड रहा तो मुसलमानों की जनसंख्या ईसाइयों के करीब पहुंच जाएगी और 2075 तक इस्लाम सबसे बड़े धर्म के तौर पर उभरेगा. रिसर्च सेंटर ने कई रिपोर्ट्स में तो यह भी अनुमान जताया है कि हिंदू बहुल और ईसाई बहुल देशों और क्षेत्रों में भी मुसलमानों की संख्या में बहुसंख्यकों की तुलना में ज्यादा इजाफा देखा जाएगा. 

किस धर्म में सबसे ज्यादा कन्वर्जन?
अब बात करते हैं कि किस धर्म में सबसे ज्यादा कंवर्जन होता है. इसका सही-सही जवाब देना तो मुश्किल है, जिसके कई कारण हैं. जैसे कई देशों में जनगणना के वक्त लोगों से उनका धर्म नहीं पूछा जाता है. वहीं, जहां धर्म को लेकर सवाल किया भी जाता है, तो यह नहीं पूछते हैं कि उनका जन्म उसी धर्म में हुआ या फिर वो कनवर्टेड हैं. इसके अलावा, कई मुस्लिम देशों में कन्वर्जन पर कठोर सजा भी दी जाती है, वहां कोई इस्लाम को छोड़ नहीं सकता है.

अमेरिका में हर साल कितने लोग कबूलते हैं इस्लाम?
प्यू रिसर्च सेंटर की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया कि 2050 तक कन्वर्जन की वजह से इस्लाम को मानने वालों की आबादी में 32 लाख लोगों का इजाफा हो सकता है. 2010 से 2050 के बीच 32 लाख लोग इस्लाम को अपना सकते हैं. हफिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में बताया गया कि अमेरिका में हर साल 20 हजार लोग दूसरे धर्म से इस्लाम में कन्वर्ट होते हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में दूसरे धर्म से 25 फीसदी लोग मुस्लिम बने हैं. हालांकि, प्यू रिसर्च का अनुमान है कि अमेरिकी में इस्लाम कबूलने वालों से ज्यादा संख्या धर्म छोड़ने वालों की है, जिस वजह से ओवरऑल मुस्लिमों की जनसंख्या में कोई खास असर नहीं पड़ता है.    

धर्म परिवर्तन करने वालों में महिलाएं ज्यादा
ब्रिटेन की बात करें तो द गार्जियन की रिपोर्ट में बताया गया कि यहां हर साल करीब पांच हजार लोग इस्लाम धर्म कबूलते हैं. यहां इस्लाम में कन्वर्ट होने वालों में सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की है.

जर्मनी के स्कूलों में इस्लाम में कन्वर्ट होना चाहते हैं क्रिश्चन बच्चे?
पिछले महीने डेली मेल की एक रिपोर्ट में बताया गया कि क्रिमिनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ लोअर सेक्सोनी ने स्कूली बच्चों पर एक सर्वे किया. सर्वे के आंकड़ों में सामने आया कि जर्मनी के क्रिश्चन स्कूलों के बच्चे इस्लाम धर्म अपनाना चाहते हैं क्योंकि उनको वहां आउटसाइडर महसूस होता है. एक्सपर्ट्स ने दावा किया कि बर्लिन और फ्रैंकफर्ट जैसे बड़े शहरों के स्कूलों में 80 फीसदी मुस्लिम बच्चे हैं, जिसका एक कारण ये है कि पिछले 8 सालों में सीरिया, अफगानिस्तान और इराक जैसे देशों से लोगों यहा शिफ्ट हुए हैं. ये फैमिली कुरान और इस्लाम के नियमों का सख्ती से पालन करती हैं.

रिपोर्ट में बताया गया कि इस्लाम कबूलने के इच्छुक 67.8 फीसदी बच्चों ने कुरान को देश के कानून से ज्यादा महत्वपूर्ण बताया. रिपोर्ट में बताया गया कि इन बच्चों के परिवारवाले उन्हें काउंसलर के पास भी लेकर गए क्योंकि उनमें इस्लाम में कन्वर्ट होने की इच्छा काफी ज्यादा है.

यह भी पढ़ें:-
जीडीपी में मेंढक की चाल और आसमान छूती महंगाई, जब आज के पाकिस्‍तान जैसा था भारत का हाल

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
Delhi Assembly Elections: BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
Axis My India Exit Poll 2024: मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
जब होटल में वरुण धवन ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए ऐसा क्या कर बैठे थे अनुष्का शर्मा के पति
जब होटल में वरुण ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए दिलचस्प किस्सा
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

America में अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी, भारत लाने की तैयारी! | ABP NewsChitra Tripathi : ट्रंप की वजह से अदाणी टारगेट ? । Gautam Adani Case ।  Maharashtra Election'The Sabarmati report' पर सियासत तेज, फिल्मी है कहानी या सच की है जुबानी? | Bharat Ki BaatAdani Bribery Case: अदाणी पर अमेरिकी केस की इनसाइड स्टोरी! | ABP News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
Delhi Assembly Elections: BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
Axis My India Exit Poll 2024: मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
जब होटल में वरुण धवन ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए ऐसा क्या कर बैठे थे अनुष्का शर्मा के पति
जब होटल में वरुण ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए दिलचस्प किस्सा
Border Gavaskar Trophy: ट्रेनिंग में ही दो टी20 मैच खेल जाते हैं विराट कोहली, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले बड़ा खुलासा
ट्रेनिंग में ही दो टी20 मैच खेल जाते हैं विराट कोहली, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले बड़ा खुलासा
बुजुर्गों को अक्सर निमोनिया क्यों होता है? जानें इस गंभीर इंफेक्शन  के लक्षण और बचाव का तरीका
बुजुर्गों को अक्सर निमोनिया क्यों होता है? जानें इस गंभीर इंफेक्शन के लक्षण और बचाव का तरीका
‘इंडिया की बाइक्स चला रहे और पाकिस्तानियों पर लगा दिया बैन‘, यूएई के शेख पर भड़की PAK की जनता
‘इंडिया की बाइक्स चला रहे और पाकिस्तानियों पर लगा दिया बैन‘, यूएई के शेख पर भड़की PAK की जनता
10 मिनट स्पॉट जॉगिंग या 45 मिनट वॉक कौन सी है बेहतर, जानें इसके फायदे
10 मिनट स्पॉट जॉगिंग या 45 मिनट वॉक कौन सी है बेहतर, जानें इसके फायदे
Embed widget