ट्रंप की धमकी के बाद 'सनकी' खामोश, जानें अगर अमेरिका ने हमला किया तो क्या होगा?
अगर ट्रंप अपनी सेना को उत्तर कोरिया पर हमला करने का आदेश देते हैं तो किस तरह वो उत्तर कोरिया की घेरेबंदी कर सकती है. उत्तर कोरिया के उत्तर में चीन है, दक्षिण में दक्षिण कोरिया है, पूर्व में पीला सागर है और पश्चिम में जापान सागर है.
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया के खिलाफ बहुत कड़ी भाषा का इस्तेमाल किया. ट्रंप ने उत्तर कोरिया को पूरी तरह से नष्ट कर देने की चेतावनी दी है.
ट्रंप के बयान का विरोध शुरू डॉनल्ड ट्रंप के इस बयान का अमेरिका के भीतर ही विरोध शुरू हो गया है. हिलेरी क्लिंटन ने ट्रंप के इस बयान को खतरनाक करार दिया है. हिलेरी ने कहा, ''ये बहुत खतरनाक था, ये ऐसा संदेश नहीं था जो दुनिया के एक महान राष्ट्र के नेता को देना चाहिए था.''
चीन और रूस की नौसेना ने युद्धाभ्यास शुरू किया उधर चीन और रूस की नौसेना ने उत्तर कोरिया के करीब युद्धाभ्यास शुरू किया है. रूस और चीन के इस युद्धाभ्यास की खास बात ये है कि रूस के करीब जिस ओखोत्सक सागर में दोनों युद्धाभ्यास कर रहे हैं वो उत्तर कोरिया से सिर्फ 2 हजार किमी ही दूर है. ट्रप की धमकी पर अब तक उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन का जवाब नहीं आया है.
उत्तर कोरिया पर अमेरिका का हमला कैसे होगा? अगर ट्रंप अपनी सेना को उत्तर कोरिया पर हमला करने का आदेश देते हैं तो किस तरह वो उत्तर कोरिया की घेरेबंदी कर सकती है. उत्तर कोरिया के उत्तर में चीन है, दक्षिण में दक्षिण कोरिया है, पूर्व में पीला सागर है और पश्चिम में जापान सागर है.
उत्तर कोरिया से करीब 7 हजार किमी दूर हवाई में अमेरिका की पैसेफिक कमांड है. जिसके पास 40 हजार जवान, विमानवाहक पोतों समेत 200 वॉरशिप और करीब 1 हजार हवाई जहाज हैं. करीब 3400 किमी दूर गुआम में 4 हजार जवान, बी 52 बॉम्बर्स के साथ फाइटर जेट्स की तैनाती है.
जापान में भी करीब 40 हजार जवान, यूएस नेवी की 7th फ्लीट जिसमें विमानवाहक पोत सहित 60-70 वॉरशिप, 140 हवाई जहाज और 12 से ज्यादा परमाणु पनडुब्बियां हैं. वहीं दक्षिण कोरिया में करीब 35 हजार जवान, 300 से ज्यादा टैंक, थाड एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम की तैनाती है अगर ट्रंप ने हमला किया तो ? हमले में सबसे ज्यादा अहम भूमिका निभाएंगे अमेरिका के विमानवाहक पोत क्योंकि उत्तर कोरिया के पास एक भी एयरक्राफ्ट कैरियर नहीं है. इसलिए अमेरिका अपने एयरक्राफ्ट कैरियर्स से उत्तर कोरिया को चारों ओर से घेर लेगा और इनसे उड़कर फाइटर जेट्स उत्तर कोरिया पर बमबारी कर तबाही मचा देंगे.
दक्षिण कोरिया में मौजूद अमेरिकी सेना भी हमला करेगी उत्तर कोरिया के बेहद करीब समंदर में तैनात डेस्ट्रॉयर्स अपनी मिसाइलों और एयर डिफेंस से उत्तर कोरियाई एयरफोर्स के हमलों को नाकाम कर सकते हैं. वहीं दक्षिण कोरिया में मौजूद अमेरिकी ग्राउंड फोर्सेस टैंकों और तोपों के साथ पूरी ताकत से उत्तर कोरिया के दक्षिणी छोर पर हमला करेगी. जिन्हें समंदर में तैनात जबरदस्त ताकतवर अमेरिकी नेवी और उसके फाइटर जेट्स की मदद मिलेगी
उत्तर कोरिया भी पूरी ताकत झोंकेगा वहीं उत्तर कोरिया भी अपनी पूरी ताकत अमेरिका के खिलाफ झोंक देगा. उसके पास भी करीब पौने दस लाख सैनिकों वाली सेना है. उसके एयरफोर्स के पास भी खासी तादाद में फाइटर जेट्स हैं जो अमेरिका को टक्कर दे सकते हैं. इसके अलावा उसके पास कम, मध्यम और लंबी दूरी की बेहद खतरनाक मिसाइलें भी हैं जिनका इस्तेमाल वो जंग में जरूर करेगा.