Russia Rebellion: दुनिया के सबसे बड़े देश रूस (RUSSIA) में निजी सेना वैगनर (Wagner group) के विद्रोह के बाद राष्ट्रपति पुतिन के कड़ा रुख अपनाने और विद्रोहियों की गिरफ्तारी की खबरों के बीच रूसी सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी गायब हैं. रूस के परमाणु हथियारों से जुड़ा ब्रीफकेस रखने वाले जनरल वालेरी गेरासिमोव भी दिखाई नहीं दे रहे हैं, ऐसे में रक्षा विशेषज्ञ तरह-तरह की अटकलें लगा रहे हैं.
रशियन मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले दिनों वैगनर ग्रुप के विद्रोह के चलते रूस में कोहराम मच गया था, वैगनर चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने गेरासिमोव को सौंपने की मांग की थी. जिसके बाद से ही रशियन आर्मी के जनरल जनरल वालेरी गेरासिमोव सार्वजनिक रूप से या सरकारी टीवी पर दिखाई नहीं दिए हैं. वैगनर ग्रुप के लड़ाकों को 'भाड़े के सैनिक' कहा जाता है, जो जून से पहले तक यूक्रेन में रूस की ओर से लड़ाई लड़ रहे थे, लेकिन कुछ मतभेदों के कारण वैगनर चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सरकार के खिलाफ मॉस्को कूच का ऐलान कर दिया था. जिसके चलते वैगनर के हजारों सैनिक टैंक और तोपों के साथ राजधानी मॉस्को की ओर बढ़ने लगे थे. हालांकि, बाद में बेलारूस के राष्ट्रपति ने पुतिन और प्रिगोझिन दोनों से बात की और तनाव को कम किया. दोनों पक्षों में एक डील हुई, जिसके मुताबिक, प्रिगोझिन रूस छोड़ने पर सहमत हुए, वहीं रूसी सरकार इस बात पर राजी हुई कि वो विद्रोह करने वालों पर एक्शन नहीं लेगी.
कहां हैं रूसी सेना के शीर्ष जनरल वालेरी गेरासिमोव?
यूक्रेन के एक अखबार ने बताया कि 67 वर्षीय गेरासिमोव यूक्रेन में रूस के यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के कमांडर हैं, और रूस के तीन "परमाणु ब्रीफकेस" रखने वाले अधिकारियों में से एक हैं. हालांकि, सैन्य विद्रोह की खबरों के बाद से वो कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं. 9 जून के बाद से रूसी रक्षा मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति में भी उनका उल्लेख नहीं किया गया है. ऐसे में कई पश्चिमी सैन्य विश्लेषकों का कहना है कि उनके साथ कुछ अनहोनी घटना हुई है.
क्या अमेरिका के इशारों पर हुआ था रूस में सैन्य विद्रोह?
अमेरिकी खुफिया ब्रीफिंग के आधार पर न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में मंगलवार, 27 जून को कहा गया कि अमेरिका (USA) को रूस में हुए विद्रोह के बारे में पहले से जानकारी थी और अब रूसी अधिकारी ये जांच कर रहे हैं कि क्या अमेरिका के इशारों पर तख्तापलट की कोशिश की गई थी. रूस के कई अधिकारियों ने अमेरिका पर साजिश के आरोप लगाए हैं. कल रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने भी कहा कि पश्चिमी देश चाहते हैं कि रूस के लोग एक-दूसरे को मारने के लिए तैयार हो जाएं. पुतिन ने कहा कि हमने वैगनर लड़ाकों को माफी दे दी है जिनके विद्रोह ने दो दशक के शासन के दौरान अब तक की सबसे बड़ी चुनौती पेश की है. वहीं, इस पूरे प्रकरण पर अमेरिका की ओर से कहा गया है कि रूस में हुए सैन्य-विद्रोह से हमारा कोई लेना-देना नहीं है.