Israel Palestine Conflict: इजरायल-हमास के बीच जारी जंग में हमास ने गाजा पट्टी में इजरायल के 6 बंधकों की हत्या कर दी. इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने गाजा पट्टी से छह मृत बंधकों के शव बरामद किए. इसके बाद इजरायल में गुस्सा फूट पड़ा और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बंधकों की हत्या उनके पोस्टमार्टम से 48 से 72 घंटे पहले गई थी.


हिदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, शव परीक्षण करने वाली अबू कबीर फोरेंसिक इंस्टिट्यूट ने खुलासा किया कि उन्हें नजदीक से कई बार गोली मारी गई थी. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईडीएफ प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि हमास आतंकवादियों ने बंधकों की "क्रूरतापूर्वक हत्या" की और उनके शव शनिवार दोपहर को राफा सुरंग से सैनिकों को मिले.


हमास ने नेतन्याहू को ठहराया जिम्मेदार


आईडीएफ के बयान के उलट हमास नेता खलील अल-हय्या ने बंधकों की मौत के लिए इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को दोषी ठहराया है. अल जजीरा के साथ एक इंटरव्यू में अल-हय्या ने कहा, "नेतन्याहू और उनकी चरमपंथी सरकार ही बंधकों की जान जाने का कारण है."


अपने दावों के पक्ष में कोई सबूत दिए बिना उन्होंने कहा कि इजरायली “उन लोगों पर हमला करते हैं जो उनके साथ बैठे थे, उनकी रखवाली कर रहे थे और उनके साथ रह रहे थे.” 7 अक्टूबर को हमास की ओर से पकड़े गए 251 लोगों में से ऐसा माना जाता है कि 97 अभी भी गाजा में हैं, जबकि आईडीएफ ने अब तक 33 लोगों की मौत की पुष्टि की है.


इजराइल में विरोध प्रदर्शन, राष्ट्रीय हड़ताल की घोषणा


रविवार को तेल अवीव, यरुशलम और अन्य शहरों में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर अपने प्रियजनों को सुपुर्द-ए-खाक किया. उन्होंने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनके प्रशासन के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया क्योंकि वे 7 अक्टूबर के हमलों के दौरान हमास की ओर से बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई के लिए समझौता कराने में विफल रहे.


वहीं, हिस्ताद्रुत श्रमिक संघ के नेता अर्नोन बार-डेविड ने सरकार पर युद्धविराम समझौते पर पहुंचने के लिए दबाव बनाने के प्रयास में सोमवार को राष्ट्रीय हड़ताल की घोषणा की. सीएनएन की रिपोर्ट में अमेरिकी और इजरायली अधिकारियों के हवाले से बताया गया कि अंतिम युद्धविराम समझौते के तहत कुछ मृत बंधकों को मुक्त कर दिया जाएगा.


कौन हैं मारे गए बंधक?


मृतकों की पहचान कार्मेल गैट (39), अलेक्जेंडर लोबानोव (32), अल्मोग सरुसी (26), ओरी डैनिनो (25), ईडन येरुशालमी (24) और हर्श गोल्डबर्ग-पोलिन (23) के रूप में हुई है. छह बंधकों में से पांच को संगीत समारोह से पकड़ा गया था और छठे को पास के किबुत्ज़ से अगवा किया गया था.


अमेरिकी-इजरायली हर्श गोल्डबर्ग-पोलिन दक्षिणी इजरायल में नोवा संगीत समारोह में शामिल हुए. जब ​​हमास ने हमला शुरू किया तो उन्होंने अपने तीन दोस्तों के साथ बम बंकर में शरण ली. सीएनएन के अनुसार, हमास ने बंकर में ग्रेनेड फेंके और गोल्डबर्ग-पोलिन ने उन्हें हटाने की कोशिश की, जिसमें उनका हाथ उड़ गया. जब गोलीबारी कम हुई तो उन्हें हमास ने बंदी बना लिया.


अल्मोग सरुसी इजरायल के रानाना के म्यूजिक प्रोडेयूसर थे. नोवल फेस्टिवल में उनके साथ उनकी मंगेतर शाहर गिंडी भी थीं. जब इन दोनों ने भागने की कोशिश की तो गिंडी को गोली मार दी गई और वह गंभीर रूप से घायल हो गईं. हालांकि बाद में गिंडी की मौत हो गई और हमास के लोग सरुसी को अपने साथ ले गए.


32 साल के इजरायली-रूसी अलेक्जेंडर लोबानोव इस फेस्टिवल में मेन बारटेंडर थे. परिवार ने बताया कि पकड़े जाने से पहले वो और पांच अन्य लोग ओलिव के बाग में छिपे थे.


39 साल की थेरपिस्ट कार्मेल गैट हाल ही में भारत से इजरायल लौटी थीं. उनका और उनके परिवार के सदस्यों का बीरी किबुत्ज़ स्थित उनके पैतृक घर से अपहरण कर लिया गया. हमास बम विस्फोटों के बाद गैट की मां की मृत्यु हो गई और उनकी भाभी यार्डेन रोमन-गैट का अपहरण कर लिया गया, जिन्हें बाद में नवंबर में रिहा कर दिया गया.


24 साल की ईडन येरुशालमी नोवा फेस्टिवल में बारटेंडर थीं. उनकी बहन शानी के अनुसार, उसने 7 अक्टूबर को अपने परिवार को फोन किया और चिल्लाते हुए कहा कि वह डर गई है और उसने हथियारबंद लोगों को फेस्टिवल पर हमला करते देखा है. वह छिपने और भागने के अपने प्रयासों में विफल रही और गाजा ले जाए जाने से पहले उसके अंतिम शब्द थे: "शानी, उन्होंने मुझे ढूंढ लिया."


25 साल के सोल्जर ओरी डैनिनो को हमास ने उस समय अगवा कर लिया जब वह अपने दोस्तों ओमर शेमटोव, माया और इते रेगेव को छुड़ाने के लिए नोवा महोत्सव में गया था. इन लोगों को वहां से बंदी बना लिया गया था.


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