विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस एडहोम घेब्येयियस ने कोरोना वायरस को लेकर लोगों को चेताया है. उन्होंने कहा कि इस महामारी से लड़ते हुए हम कमजोर हो सकते हैं लेकिन कोरोना हमसे नहीं थक रहा है.
डब्ल्यूएचओ की मुख्य वार्षिक सभा में बोलते हुए टेड्रोस ने अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन की जीत पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि महामारी से लड़ने में वैश्विक सहयोग मिलेगा. उन्होंने लोगों को विज्ञान का अनुसरण करने और वायरस के प्रति आंख नहीं मूंदने का आग्रह किया. ट्रेडोस खुद कोरोना संक्रमित से संपर्क में आने के बाद क्वारंटाइन रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि वायरस कमजोर स्वास्थ्य वाले लोगों का शिकार करता है.
उन्होंने कहा कि हमारी एक मात्र आशा साइंस, समाधान और एकजुटता है. पिछले साल दिसंबर में चीन में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था. अब तक इस महामारी के चलते 12.5 लाख से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं और 5 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं.
टेड्रोस ने कहा, 'हम राष्ट्रपति चुनाव में जीत पर जो बाइडेन और कमला हैरिस को बधाई देते हैं और हम उनके प्रशासन के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं. जो बाइडेन ने संकेत दिया है कि अमेरिका संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी विश्व स्वास्थ्य संगठन से फिर जुड़ेगा. अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से संबंध तोड़ लिए थे. टेड्रोस ने कहा, 'हमें आपसी विश्वास और दुनिया की बहुत सारी समस्याओं की जड़ में मौजूद मूलभूत असमानताओं को दूर करने के लिए नेतृत्व की आवश्यकता है.
डब्ल्यूएचओ की महामारी के मुकाबले में पांच कदम उठाने की अपील
हाल ही में डब्ल्यूएचओ ने सभी देशों की सरकारों से पांच मुख्य कदम उठाने की अपील की थी. इसके तहत, जिन देशों ने कोविड-19 के प्रसार को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया है, उन्हें प्रसार को कम स्तर पर बनाए रखने के लिए और अधिक प्रयास करने, सतर्क रहने और तुरंत ही कार्य करने के लिए तैयार रहना चाहिए. जिन देशों में मामलों की संख्या, अस्पताल में भर्ती रोगियों की संख्या और आईसीयू की उपयोग दर बढ़ रही है, उन्हें जल्द से जल्द आवश्यक इंतजाम करना चाहिए.
जनता को स्पष्ट रूप से समझना चाहिए कि देश की महामारी स्थिति कैसी है और प्रत्येक नागरिक को क्या करना चाहिए. महामारी की रोकथाम और नियंत्रण कदम प्रणाली स्थापित करनी चाहिए. सरकारों को संक्रमित रोगियों और उनके संपर्कों को उन विशिष्ट निर्देशों को बताना चाहिए, जिन्हें भविष्य में लागू करने की आवश्यकता है.
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