जिनेवाः कोरोनावायरस महामारी से पूरा विश्व त्रस्त है और दुनिया में लाखों लोग इस बीमारी के चलते अपनी जान गंवा बैठे हैं. पूरी दुनिया के वैज्ञानिक वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन की तलाश में जुटे हैं और इस बात की उम्मीद कर रहे हैं कि वैक्सीन आने के बाद लोगों की रक्षा हो सकेगी. हालांकि अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक ऐसी बात कही है जो लोगों की इस उम्मीद को कुछ कम कर सकती है.
वैक्सीन सिर्फ अपने दम पर महामारी नहीं रोक पाएगी-WHO
डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रियेसिस ने चेताया है कि वैक्सीन आने के बाद भी वो इस कोरोनावायरस महामारी को अपने आप रोकने में कामयाब नहीं हो सकेगी. टेड्रोस ने सोमवार को कहा है कि वैक्सीन आने के बाद वो हमारे पास मौजूद अन्य माध्यमों को मजबूत तो करेगी लेकिन उन्हे रिप्लेस नहीं कर पाएगी. डबल्यूएचओ डायरेक्टर-जनरल ने साफ साफ कहा कि एक वैक्सीन सिर्फ अपने दम पर महामारी को रोक नहीं पाएगी.
फिर रिकॉर्ड हाई पर पहुंचे कोरोना के मामले
डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के मुताबिक यूएन हेल्थ एजेंसी में कोरोना वायरस के 6,60,905 संक्रमण के मामले रिपोर्ट हुए हैं जो एक नए उच्च स्तर पर जा पहुंचे हैं. शुक्रवार को 6,45,410 कोरोना वायरस के नए मामले आए और इन्होंने 7 नवंबर के 6,14,013 केस के रिकॉर्ड हाई लेवल को पीछे छोड़ दिया है.
शुरुआती दौर में इन्हें मिलेगी वैक्सीन
टेड्रोस ने ये भी कहा कि वैक्सीन आने के शुरुआती दिनों में इसकी सप्लाई पर नियंत्रण रहेगा और हेल्थ वर्कर्स, बूढ़े लोगों और अन्य वो लोग जो हाई रिस्क कैटेगरी में आते हैं उनको वैक्सीन पहुंचाने की प्राथमिकता रहेगी. इसके बाद उम्मीद है कि मौतों की संख्या में कमी आएगी और हेल्थ सिस्टम को सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी.
वैक्सीन आने के बावजूद रहना होगा सतर्क-WHO
हालांकि उन्होंने इसके साथ चेतावनी भी दी कि इसके बावजूद कोरोना वायरस को फैलने के लिए काफी अनुकूल माहौल मिलेगा. सर्विलांस को जारी रहना होगा, लोगों को लगातार टेस्ट कराते रहना होगा. उन्हें आईसोलेशन और देखभाल की जरूरत होगी. कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जरूरत भी पहले की तरह बनी रहेगी. इंडीविजुअल लेवल पर लोगों को देखभाल की जरूरत पहले की तरह करते रहनी पड़ेगी.
ये भी पढ़ें
COVID 19: स्वदेशी Covaxin के तीसरे फेज के ट्रायल की घोषणा हुई, भारत का सबसे बड़ा ह्यूमन ट्रायल होगा
अच्छी खबर: मॉडर्ना का दावा- कोरोना वायरस से बचाव में 94.5% प्रभावी है हमारी वैक्सीन