विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक बार फिर याद दिलाया कि कोरोना वायरस की महामारी बढ़ रही है और संक्रमण के मामले में प्रतिदिन इजाफा देखा जा रहा है. WHO प्रमुख डॉक्टर टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसुस ने कहा, "हमें कोरोना महामारी का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए बल्कि इसके खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़नी चाहिए."


अमेरिका का नाम लिए बिना बोले WHO प्रमुख


WHO प्रमुख का बयान एक ऐसे वक्त आया है जब ब्राजील, इराक, भारत और अमेरिकी राज्यों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. साथ ही कोरोना वायरस के मुद्दे पर उनको अमेरिका की तरफ से आलोचना का सामना करना पड़ा है. मरीजों की बढ़ती तादाद के चलते अस्पतालों पर दबाव बढ़ रहा है. अभी तक संक्रमण के एक मिलियन मामले पिछले 8 दिनों में दर्ज किए गए हैं. टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसुस ने वीडियो दुबई के शिखर सम्मेलन में अपनी बात वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कही. इस दौरान उन्होंने प्रत्यक्ष तौर पर अमेरिका का नाम नहीं लिया. ना ही उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि अमेरिका संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी से बाहर निकलने का फैसला कर चुका है.


वैश्विक एकजुटता की कमी को बताया सबसे बड़ा खतरा


उन्होंने कहा, "सबसे बड़े जिस खतरे का सामना हम अब कर रहे हैं वो वायरस नहीं बल्कि वैश्विक और अंतरराष्ट्रीय एकजुटता की कमी है. ऐसी परिस्थिति में हम बंटी हुई दुनिया से महामारी को नहीं हरा सकते." टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसुस ने कहा कि कोविड-19 महामारी से पता चलता है कि दुनिया इसके लिए तैयार नहीं थी. कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वैश्विक तौर पर कमी नहीं देखी जा रही है. दुनिया भर में इसके इलाज के लिए वैक्सीन पर काम चल रहा है.  इसके अलावा इस बात पर चर्चा तेज हो चली है कि वैक्सीन का सही तरीके से कैसे वितरण किया जाए.


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