WHO On Booster Dose: दुनिया भर में कोविड-19 संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. वहीं कई देशों में टीकाकरण और बूस्टर डोज को लेकर भी अभियान चलाया जा रहा है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आगाह किया है कि मौजूद टीकों की बूस्टर डोज (Booster Dose) पर्याप्त नहीं है और संक्रमण से बचाव के लिए अब प्रभावी वैक्सीन बनाने की जरूरत है. WHO के विशेषज्ञों ने मंगलवार को चेतावनी दी कि ऑरिजिनल कोविड टीकों (Original Covid Vaccines) की बूस्टर खुराक को दोहराना उभरते हुए वेरिएंट के खिलाफ उचित रणनीति नहीं है.


प्रभावी वैक्सीन बनाने की जरुरत-WHO


विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप (WHO Technical Advisory Group) के विशेषज्ञों के एक समूह ने कोरोना वैक्सीन के कंपोजिशन (TAG-Co-VAC) पर कहा कि मौजूदा टीके गंभीर बीमारी और वेरिएंट ऑफ कंसर्न (Variants of Concern) के कारण होने वाली मौतों के खिलाफ उच्च स्तर की सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं लेकिन भविष्य में हमें ऐसे टीके विकसित करने की जरूरत है जो संक्रमण को और मजबूती के साथ रोक सके. नए टीके के जरिए ही गंभीर बीमारी और मृत्यु की रोकथाम बेहतर तरीके से हो सकती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि अगले छह से आठ हफ्ते के भीतर यूरोपीय आबादी का करीब 50 फीसदी कोविड-19 के ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित हो जाएगा.







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मौजूदा टीकों की बूस्टर डोज पर्याप्त नहीं


कोविड -19 वैक्सीन संरचना पर WHO टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ( (TAG-Co-VAC ) ने एक बयान में कहा कि मूल वैक्सीन संरचना की बार-बार बूस्टर खुराक (Booster Dose) के आधार पर वैक्सीनेशन रणनीति उचित या फिर टिकाऊ होने की संभावना नहीं है. शुरुआती आंकड़ों से संकेत मिलता है कि मौजूदा टीके उन लोगों में कोविड बीमारी को रोकने में कम प्रभावी थे जो नए ओमिक्रोन वेरिएंट (Omicron Varinat) से संक्रमित हुए हैं. ऐसे टीके विकसित करने की जरूरत है जो न केवल लोगों को गंभीर रूप से बीमार पड़ने से बचाते हैं बल्कि पहले ही संक्रमण और संचरण को बेहतर तरीके से रोक सकते हैं. बता दें कि ओमिक्रोन वेरिएंट का पहला मामला पिछले साल दक्षिण अफ्रीका से आया था जिसके बाद ये वेरिएंट कई देशों में तेजी से फैल रहा है.


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