Gurpatwant Singh Pannun: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी करते हुए एक बार फिर भारत को दहलाने की धमकी दी है. अमेरिका में बैठक उसने 13 दिसंबर (बुधवार) को भारत के संसद भवन पर हमला करने की गीदड़ भभकी दी है. हालांकि यह कोई नई बात नहीं है. पिछले महीने भी पन्नू ने भारत के लिए धमकी भरा एक वीडियो जारी किया था.
नए वीडियो में पन्नू ने कहा है कि मेरी हत्या की साजिश नाकाम हुई. मैं 13 दिसंबर को संसद भवन पर हमला करके उसका जवाब दूंगा. बता दें कि साल 2001 में 13 दिसंबर को ही संसद भवन पर आतंकी हमला हुआ था. जिसके बाद इस मामले में 2013 में अफजल गुरु को फांसी दी गई थी. ऐसे में पन्नू ने अपनी नई वीडियो में अफजल गुरु की फोटो का यूज किया है. वीडियो में पन्नू 'दिल्ली बनेगा खालिस्तान' के नारे भी लगा रहा है.
एयर इंडिया को लेकर भी दे चुका है धमकी
इससे पहले नवंबर में भी पन्नू ने एक वीडियो जारी करते हुए धमकी दी थी कि 19 नवंबर को एयर इंडिया से ट्रैवल करने वालों की जान को खतरा हो सकता है. इस दौरान पन्नू ने सिख लोगों को एयर इंडिया से यात्रा नहीं करने की सलाह दी थी. हालांकि बीते 19 नवंबर को उसके धमकी का कोई असर नहीं पड़ा .
आइए जानते हैं कि खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू कौन है?
गुरपतवंत सिंह पन्नू मूल रूप से पंजाब के अमृतसर जिले के गांव खानकोट का रहने वाला है. पन्नू का जन्म 14 फरवरी 1967 को एक साधारण पंजाबी परिवार में हुआ था. पन्नू के पिता मोहिंदर सिंह, पहले पंजाब राज्य कृषि विपणन बोर्ड के लिए काम करते थे, जबकि उसकी माँ का नाम अमरजीत कौर है. हालांकि दोनों अब इन दुनिया में नहीं हैं. पन्नू का एक भाई भी है, जिसका नाम मगवंत सिंह पन्नू है और वह भी विदेश में ही रहता है.
1990 के दशक में पन्नू ने पंजाब यूनिवर्सिटी से क़ानून की पढ़ाई की. वे अपने कॉलेज के दिनों से ही वे छात्र राजनीति में सक्रिय हो गए थे. साल 1991-92 वे पन्नू अमेरिका चले गए, जहां उन्होंने कनेक्टिकट यूनिवर्सिटी में दाख़िला लिया. यहां से उन्होंने फ़ाइनेंस में एमबीए की और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से क़ानून की डिग्री ली.
पन्नू ने 2007 में की थी सिख फ़ॉर जस्टिस की स्थापना
गुरपतवंत सिंह पन्नू ने पंजाब में सिखों के लिए एक अलग राज्य की वकालत कर जमकर सुर्खियां बटोरीं. साल 2007 में पन्नू ने सिख फ़ॉर जस्टिस की स्थापना की थी. हालांकि पन्नू की इन सब हरकतों की वजह से भारत सरकार ने साल 2020 में आतंकवादी घोषित किया था. इससे पहले गृह मंत्रालय ने 10 जुलाई 2019 को यूएपीए के तहत 'सिख फ़ॉर जस्टिस' संगठन पर प्रतिबंध लगाया था. पन्नू को आतंकवादी घोषित करने के साथ ही उसकी कृषि भूमि को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धारा 51 ए के तहत जब्त कर लिया गया था. पन्नू वर्तमान में पंजाब में राजद्रोह के तीन आरोपों सहित 22 आपराधिक मामलों का सामना कर रहा है.