Justice Yahya Afridi: पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश याह्या अफरीदी को पाकिस्तान का अगला मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया है. राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से बुधवार को एक बयान में यह जानकारी दी गई. राष्ट्रपति कार्यालय के प्रेस विंग ने कहा कि यह नियुक्ति तीन वर्ष की निश्चित अवधि के लिए है और 26 अक्टूबर 2024 से प्रभावी होगी.


बयान में कहा गया है, "यह नियुक्ति संविधान के अनुच्छेद 175 ए(3), 177 और 179 के तहत की गई है." साथ ही कहा गया है कि राष्ट्रपति ने 26 अक्टूबर को न्यायमूर्ति याह्या अफरीदी के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण को भी मंजूरी दे दी है. यह नियुक्ति प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा संसदीय समिति द्वारा नामांकन के बाद राष्ट्रपति को नियुक्ति के संबंध में सिफारिश भेजे जाने के बाद हुई.


पहले क्या था नियम अब क्या


बता दें कि पूर्व में पाकिस्तान के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश की सेवानिवृत्ति के बाद सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश को इस पद पर पदोन्नत किया जाता था. हालांकि, रविवार को देश की संसद द्वारा किए गए एक संवैधानिक संशोधन ने संसदीय समिति को इस पद के लिए शीर्ष अदालत के तीन सबसे वरिष्ठ न्यायाधीशों में से किसी एक को चुनने का अधिकार दे दिया.


 याह्या अफरीदी कौन हैं


जस्टिस अफरीदी का जन्म 23 जनवरी 1965 को डेरा इस्माइल खान में हुआ था. वह कोहाट सीमांत क्षेत्र में स्थित अफरीदी जनजाति से हैं. वो बांदा गांव के निवासी हैं. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लाहौर के एचीसन कॉलेज में प्राप्त की. उन्होंने गवर्नमेंट कॉलेज लाहौर से राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र में कला स्नातक की उपाधि प्राप्त की और बाद में पंजाब विश्वविद्यालय, लाहौर से अर्थशास्त्र में कला में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की.


उल्लेखनीय है कि 59 वर्षीय अफरीदी ने 1990 में एक वकील के रूप में अपना करियर शुरू किया और देश के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पेशावर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य करने के बाद 2018 में उन्हें पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था.