Karim Aga Khan: पैगंबर मोहम्मद के वंशज, कौन थे करीम आगा खान? निधन पर पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
Karim Aga Khan: पैगंबर मोहम्मद के वंशज करीम आगा खान का पुर्तगाल में निधन हो गया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताया है.

Prince Aga Khan: इस्माइली मुसलमानों के धार्मिक और आध्यात्मिक नेता आगा खान का 88 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. वह इस्माइली मुसलमानों के 49वें वंशानुगत इमाम थे, उनके परिवार का इतिहास पैगंबर मुहम्मद से मिलता है. आगा खान चतुर्थ के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है.
आगा खान का असली नाम करीम अल-हुसैनी था. आगा खान फाउंडेशन की ओर से बताया गया है कि महामहिम प्रिंस करीम अल-हुसैनी का 4 फरवरी, 2025 का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. पुर्तगाल के लिस्बन में अपने परिवार की मौजूदगी में उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा. आगा खान ने न केवल इस्माइली समुदाय के लिए बल्कि दुनिया भर के लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए अपना जीवन लगाया. उनके उत्तराधिकारी की घोषणा अभी नहीं की गई है. बता दें कि आगा खान के तीन बेटे और एक बेटी है.
आगा खान के निधन पर पीएम मोदी ने भी श्रद्धांजलि दी है. पीएम मोदी ने उनके साथ तस्वीरें शेयर कर कहा, "महामहिम प्रिंस करीम आगा खान के निधन पर गहरा दुख हुआ. वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिन्होंने अपना जीवन सेवा और आध्यात्मिकता के लिए समर्पित कर दिया. स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में उनका योगदान कई लोगों को प्रेरित करता रहेगा. मैं उनके साथ अपनी बातचीत को हमेशा संजोकर रखूंगा. उनके परिवार और दुनिया भर में उनके लाखों अनुयायियों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना."
बता दें कि आगा खान चतुर्थ को दुनिया के कई देशों द्वारा अपने सर्वोच्च सम्मान दिए गए थे. भारत सरकार ने भी करीम आगा खान को अपना दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया था.
जिनेवा में जन्म, 20 साल की उम्र में बने इमाम
प्रिंस करीम आगा खान का जन्म स्विट्जरलैंड के जिनेवा में 13 दिसंबर, 1936 को हुआ था. वह साल 1957 में महज 20 वर्ष की आयु में इमाम बने. उनके दादा ने उनके पिता प्रिंस अली खान के बजाय उन्हें चुना था. उनका मानना था कि मॉडर्न दुनिया के लिए एक यूथ लीडर की जरूरत है. भले ही लोग उन्हें एक आध्यात्मिक नेता के रूप में देखते थे, लेकिन उन्होंने कभी नहीं कहा कि उनके पास कोई दैवीय शक्तियाँ हैं. इसके बजाय, उन्होंने अपने अनुयायियों को धार्मिक शिक्षाओं और जीवन निर्णयों में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया.
1967 में की AKDN की स्थापना
इतना ही नहीं आगा खान को घुड़दौड़ का भी शौक था और उनके पास बेहतरीन घोड़े थे, जिनमें शेरगर भी शामिल था, जो 1983 में चोरी हो गया था और फिर कभी मिला ही नहीं. टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट के मुताबिक, आगा खान की कुल संपत्ति करीब 13.3 बिलियन डॉलर थी, जो पारिवारिक विरासत, होर्स ब्रीडिंग बिजनेस और विभिन्न व्यक्तिगत निवेशों से आई थी. पर्सनल प्रॉपर्टी के अलावा, उन्होंने 1967 में आगा खान डेवलपमेंट नेटवर्क (AKDN) की स्थापना की, जो विकासशील देशों में जीवन को बेहतर बनाने पर केंद्रित एक चैरिटी थी.
ब्रिटिश राजघराने से थे करीबी संबंध
आगा खान ने साल 1969 में पूर्व ब्रिटिश मॉडल सारा फ्रांसिस क्रोकर पूले से शादी की, जिससे उन्हें तीन बच्चे हुए. हालांकि 1995 में दोनों अलग हो गए. जिसके तीन साल बाद उन्होंने एक जर्मन राजकुमारी इनारा आगा खान से शादी की, जिससे उन्हें एक बेटा हुआ. ब्रिटेन के साथ आगा खान के मजबूत संबंधों की वजह से ने उन्हें ब्रिटिश नागरिकता मिल गई. बाद में उनके संबंध किंग चार्ल्स, क्वीन एलिजाबेथ, प्रिंस विलियम और केट मिडलटन समेत ब्रिटिश राजघराने के लोगों के साथ करीबी संबंध बन गए.
उनके योगदान से हार्वर्ड और एमआईटी दोनों में इस्लामिक वास्तुकला के लिए आगा खान कार्यक्रम का निर्माण हुआ. आगा खान पुरस्कार वास्तुकला के लिए प्रतिभाशाली लोगों को सम्मानित करने के लिए बनाया गया था जो दुनिया भर के मुस्लिम समुदायों में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में मदद करता है.
घोड़ा चोरी हुआ, फिर मिला ही नहीं
आगा खान के सबसे प्रसिद्ध घोड़ों में से एक शेरगर था, जिसने 1981 में एप्सम डर्बी जीता था. दो साल बाद वो चोरी हो गया. आईआरए के सदस्यों ने उसकी रिहाई के लिए दो मिलियन यूरो की मांग की और कहा कि इसे वापस दिला देंगे. बातचीत के बावजूद वो घोड़ा कबी वापस नहीं लौटाया गया. इस नुकसान के बाद भी आगा खान ने होर्स ब्रीडिंग बिजनेस जारी रखा.
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