Who is Tulsi Gabbard: कौन हैं तुलसी गबार्ड जिन्होंने अपनाया हिंदू धर्म, अब ट्रंप ने दी 18 खुफिया एजेंसियों की कमान
Who is Tulsi Gabbard: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तुलसी गबार्ड को अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया विभाग में निदेशक के रूप में नियुक्त किया है.

Who is Tulsi Gabbard: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका पहुंच चुके हैं और वहां पहुंचते ही उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन में राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की है. दोनों के बीच हुई बातचीत के दौरान तुलसी गबार्ड ने कहा कि वो भारत-अमेरिका के बीच मजबूत संबंध की पक्षधर हैं. पीएम मोदी ने उन्हें ट्रंप द्वारा राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के तौर पर चुने जाने पर बधाई दी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, "वाशिंगटन डीसी में अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गब्बार्ड से मुलाकात की. उनकी नियुक्ति पर उन्हें बधाई दी. भारत-अमेरिका मित्रता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिसकी वह हमेशा से प्रबल समर्थक रही हैं.
Met USA’s Director of National Intelligence, @TulsiGabbard in Washington DC. Congratulated her on her confirmation. Discussed various aspects of the India-USA friendship, of which she’s always been a strong votary. pic.twitter.com/w2bhsh8CKF
— Narendra Modi (@narendramodi) February 13, 2025
तुलसी गबार्ड को इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त करने का प्रस्ताव राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा लाया गया था, जिसे सीनेट में पास कर दिया गया. यह नियुक्ति इसलिए भी खास है क्योंकि तुलसी गबार्ड हिंदू धर्म का पालन करती हैं, और उन्होंने भगवत गीता हाथ में लेकर शपथ ली थी.
कौन हैं तुलसी गबार्ड?
तुलसी गबार्ड खुद को हिंदू धर्म से जुड़ी बताती हैं, हालांकि वे भारतीय मूल की नहीं हैं. उनकी मां हिंदू धर्म अपनाने वाली हैं, जबकि पिता समोआ से ताल्लुक रखते हैं. तुलसी का नाम हिंदू धर्म से गहरा जुड़ाव होने के कारण रखा गया. उन्होंने 21 साल की उम्र में राजनीति में कदम रखा और डेमोक्रेटिक पार्टी से चार बार सांसद रह चुकी हैं.
सैन्य अनुभव और राजनीतिक यात्रा
तुलसी गबार्ड लेफ्टिनेंट कर्नल के तौर पर ईराक युद्ध में हिस्सा ले चुकी हैं और अमेरिकी आर्मी रिजर्विस्ट भी रह चुकी हैं. उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत 21 साल की उम्र में हुई थी और उन्होंने हाउस होमलैंड सिक्योरिटी कमेटी में भी दो साल तक सेवा दी.
बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी से अलगाव
2022 में तुलसी गबार्ड ने डेमोक्रेटिक पार्टी पर गंभीर आरोप लगाकर पार्टी छोड़ दी थी. इसके बाद उन्होंने इंडिपेंडेंट उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा. कुछ विशेषज्ञों का मानना था कि तुलसी ट्रंप की उप-राष्ट्रपति उम्मीदवार भी बन सकती थीं. अब वे अवरील हेन्स की जगह अमेरिका की शीर्ष खुफिया अधिकारी बनी हैं. ट्रंप ने तुलसी गबार्ड की नियुक्ति की घोषणा करते हुए कहा था कि गबार्ड अपने साहसी नेतृत्व से खुफिया समुदाय को मजबूत करेंगी और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करेंगी.
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