विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों ने 26 जनवरी को मॉडर्ना की कोवि़ड-19 वैक्सीन के लिए अंतरिम सिफारिश जारी की है. उन्होंने बताया है कि छह सप्ताह के अंदर कोविड-19 वैक्सीन का दूसरा डोज देना सुरक्षित है. कोरोना वायरस के खिलाफ मॉडर्ना की एमआरएनए वैक्सीन फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन की तरह है और दोनों को पहली खुराक के तीन से चार सप्ताह बाद बूस्टर की जरूरत होती है. लेकिन, कुछ देश जैसे फ्रांस, दो डोज के बीच अंतर को बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं क्योंकि उन्हें वैक्सीन डोज की अनियमित और सीमित आपूर्ति का सामना है.


WHO का मॉडर्ना की कोविड-19 वैक्सीन पर अंतरिम सिफारिश 


उसने दूसरे डोज को विलंब से देने की बात कही है क्योंकि पहले डोज लेने से ज्यादा लोगों को फायदा पहुंच सकता है. विशेषज्ञों ने सावधानीपूर्वक देरी का समर्थन किया लेकिन चेताया भी है. फ्रांस के स्वास्थ्य सलाहकार निकाय ने तीन सप्ताह से लेकर छह सप्ताह तक दो डोज के बीच अंतर को दोगुना करने की सलाह दी है. निकाय का मानना है कि इस अंतर को बढ़ाने से 7 लाख ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा सकेगा. निकाय ने अपने बयान में कहा, "संक्रमण के बढ़ते मामले और नए वेरिएन्ट के चिंताजनक आगमन ने टीकाकरण अभियान को तेज करने की जरूरत पैदा कर दी है जिससे आनेवाले सप्ताहों में महामारी को रोका जा सके."


 'छह सप्ताह के अंदर कोविड-19 वैक्सीन का दूसरा डोज लेना सुरक्षित'


हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन की सलाह उसके खिलाफ है और उसने देशों से दो डोज के बीच जैसे फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन के लिए 21 दिन और मॉडर्ना की वैक्सीन के लिए 28 दिन का मानक अंतराल पालन करने का आह्वान किया है. इस बीच, संयुक्त राष्ट्र संघ की स्वास्थ्य एजेंसी जल्द से जल्द मॉडर्ना की वैक्सीन को मंजूर करने की उम्मीद कर रही है. एजेंसी के वैक्सीन प्रमुख केट ओ ब्रायन ने ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा "हम मॉडर्ना के साथ हर संभावित तरीके पर काम कर रहे हैं." अब तक, उसने सिर्फ फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन को मंजूर किया है, हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों वैक्सीन में समानता है सिवाय स्टोरेज क्षमता के. फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन का माइनस 70 डिग्री सेल्सियस तापमान पर भंडारण किया जा सकता है जबकि मॉडर्ना की वैक्सीन को भंडारण के लिए मानइस 20 डिग्री सेल्सियस तापमान चाहिए.


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