वॉशिंगटन: महामारी के रूप में उभरा कोरोना वायरस दुनियाभर में करीब दो लाख 90 हजार लोगों की जान ले चुका है. अभी तक कोई भी देश कोरोना के इलाज की वैक्सीन बनाने में सफल नहीं हो पाया है. लेकिन अब वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) का कहना है कि वैक्सीन को अनुमानित समय से पहले बनाने में सफलता मिल सकती है. ये जानकारी डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेडरॉस एडनॉम ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र की इकॉनोमिक एंड सोशल काउंसिल को दी है.


टेडरॉस एडनॉम ने बताया, 'वैक्सीन पर तेजी से काम चल रहा है. दुनियाभर में करीब 100 टीमें इसपर काम कर रही हैं. इनमें से कुल 7 से 8 टीमें ऐसी हैं जो वैक्सीन बनाने के बेहद करीब हैं. दुनिया को जल्द एक अच्छी खबर मिल सकती है.' एडनॉम ने कहा, 'दो महीने पहले हमने अनुमान लगाया था कि वैक्सीन बनाने में 12 से 18 महीने का समय लग सकता है लेकिन अब लगता है कि ये समय से पहले बना ली जाएगी.'


WHO को पैसों की जरूरत
डब्ल्यूएचओ ने वैक्सीन की रिसर्च और प्रोडक्शन के लिए फंड की कमी की बात भी कही है. डब्ल्यूएचओ चीफ ने कहा, रिसर्च के लिए करीब 8 बिलियन डॉलर जुटाया गया है. लेकिन ये 8 बिलियन डॉलर काफी रकम नहीं है. हमें और मदद की जरूरत है. अगर मदद नहीं मिलती है तो वैक्सीन बनाने में देरी होगी.


उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना वैक्सीन बनने के बाद हर देश तक पहुंचाई जाएगी. ऐसा नहीं होगा कि चंद लोगों की गिरफ्त में ही रहे. हालांकि डब्ल्यूएचओ ने इन टीमों या देशों का नाम जाहिर नहीं किया, जो वैक्सीन बनाने के बेहद करीब पहुंच गए हैं.


टेडरॉस ने कहा कि वैक्सीन के बिना कोरोना संक्रमण से लड़ाई आसान नहीं है. उसके सामने हम कमजोर रहेंगे. कोरोना ने सभी देशों को सिखा दिया है कि मजबूत हेल्थकेयर सिस्टम कितना जरूरी है.


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