विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक दल ने चीन के वुहान शहर में क्वारंटाइन पूरा करने के बाद अपना काम शुरू कर दिया है. यह दल इस बात का पता लगाने के लिए आया है कि कोरोना वायरस संक्रमण की उत्पत्ति कहां से हुई. चीन पहुंचने के बाद शोधकर्ताओं को 14दिन का पृथक-वास पूरा करना था. उन्हें गुरुवार सुबह होटल से निकल कर एक बस में बैठते देखा गया. यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वे कहां के लिए निकले हैं.


डब्ल्यूएचओ की टीम के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (डब्ल्यूआईवी) समेत शहर के विभिन्न भागों में दौरा करने की संभावना है. इस अभियान को लेकर राजनीतिक भी शुरू हो गई थी, क्योंकि चीन ने महामारी को लेकर जल्द कदम नहीं उठाने को लेकर खुद पर लगे आरोपों को नकार दिया था.


इधर, चीनी नव वर्ष की छुट्टियों के पहले देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने के बीच 2.27 करोड़ लोगों को कोविड-19 के टीके दिए गए हैं और रोजाना जांच की क्षमता भी बढ़ाकर 1.5 करोड़ कर दी गई है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बुधवार को बताया कि चीन के मुख्य भूभाग में मंगलवार को संक्रमण के 75 नए मामले आए. इनमें से 55 मामले स्थानीय स्तर के थे जबकि 20 लोग कहीं बाहर से लौटे थे.


स्थानीय स्तर पर आए संक्रमण के मामलों में हेलोंगजियांग में 29, जिलिन में 14, हेबेई में सात, बीजिंग में चार मामले आए. शंघाई में एक व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई. अगले महीने की छुट्टियों और चीनी नववर्ष की छुट्टियों को देखते हुए संक्रमण से बचाव के लिए कवायद तेज कर दी गयी है. यात्रा संबंधी पाबंदियां भी लगायी गई है.


आयोग के उपप्रमुख जेंग यिक्सिन ने बताया कि मंगलवार तक देश में 2.27 करोड़ लोगों को टीके की खुराकें दी गई है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 जांच की रोजाना की क्षमता भी बढ़ाकर 1.5 करोड़ कर दी गई है. एनएचसी के मुताबिक मुख्य भूभाग में संक्रमण के अब तक 89,272 मामले आए हैं और 4636 लोगों की मौत हुई है.


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