Sudan Conflict: सूडान में जारी हिंसा के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार (25 अप्रैल) को चेतावनी दी है. डब्ल्यूएचओ ने दावा किया कि सूडान में जारी जंग के दौरान लड़ाके सेंट्रल पब्लिक लैब में घुस गए हैं और उस पर कब्जा कर लिया है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार, लड़ाकों ने जिस लैब पर कब्जा जमाया है वहां पोलियो और खसरे सहित गंभीर बीमारियों के नमूने रखे हुए हैं. ऐसे में बेहद खतरनाक हालात पैदा हो गए हैं.


सूडान में डब्ल्यूएचओ की प्रतिनिधि नीमा सईद आबिद ने वीडियो-लिंक के जरिए से जिनेवा में पत्रकारों को बताया कि केंद्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला पर कब्जा चिंताजनक है. जारी जंग को नहीं रोका गया तो स्थिति भयावह हो सकती है. उन्हें डर है कि प्रयोगशाला को कब्जे में लेने के बाद किसी तरह की अनावश्यक छेड़छाड़ न हो, नहीं तो ये मानवता के लिए खतरनाक  हो सकता है. 


सूडान में संघर्ष जारी है 


गौरतलब है कि सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच  शक्ति संघर्ष जारी है. यह लड़ाई सूडान की सेना के जनरल अब्देल-फतह बुरहान और RSF चीफ जनरल मोहम्मद हमदान दगालो के बीच चल रही है. इस संघर्ष के कारण सूडान पूरी तरह से तबाह होने के कगार पर है. इसे लेकर सूडान से सटे देश भी चिंता जाहिर कर चुके हैं. यहां सड़कों पर लाशें बिखरी पड़ी हैं. कई अस्पताल बंद पड़े  हैं. लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं.


भारत अपने नागरिकों को सुरक्षित निकाल रहा है 


सूडान में जारी गृहयुद्ध में अब तक लगभग 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग घायल हैं. भारत समेत दुनिया भर के नागरिक यहां फंसे हुए हैं. इन्हें बचाने का काम जारी है. भारत सरकार ने अपने नागरिकों को सूडान से निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी शुरू किया है, जिसके तहत भारतीय नौसेना पोत (INS) सुमेधा 278 लोगों के साथ पोर्ट सूडान से सऊदी अरब के जेद्दाह के लिए निकल चुका है. इस बात की पुष्टि भारत के विदेश मंत्रालय ने की है. इसके साथ ही दुनिया के अन्य देश भी अपने नागरिकों को रेस्क्यू करने में लगे हुए हैं.


ये भी पढ़ें: US President Election 2024: जो बाइडेन लड़ेंगे 2024 का राष्ट्रपति चुनाव, कहा लोकतंत्र को बचाने के लिए खड़े होना पड़ता है