दोस्ती पर सवाल! क्यों पाक को आर्थिक संकट के कुएं से बाहर नहीं निकाल रहे मित्र देश चीन-सऊदी अरब?
Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान (Pakistan)के पास इस समय महज पांच अरब डॉलर से भी कम का भंडार है और सर पर अरबों का कर्ज पहले से है.
![दोस्ती पर सवाल! क्यों पाक को आर्थिक संकट के कुएं से बाहर नहीं निकाल रहे मित्र देश चीन-सऊदी अरब? Why China Saudi Arabia not helping Pakistan for economic crisis दोस्ती पर सवाल! क्यों पाक को आर्थिक संकट के कुएं से बाहर नहीं निकाल रहे मित्र देश चीन-सऊदी अरब?](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/11/cae860af4c248137adbf4c63dadead721673430176971539_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Pakistan News: पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के एक बयान ने काफी गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है. सवाल है सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और चीन जैसे मित्र देशों के लिए. आखिर क्यों ये देश पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति से वाकिफ होने के बाद भी मदद को आगे नहीं आ रहे हैं. यहां तक की बुरी हालातों के बीच भी पाकिस्तान अपने मित्र देश संयुक्त अरब अमीरात का कर्ज अदा करने में जुटा हुआ है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पास इस समय महज पांच अरब डॉलर से भी कम का भंडार है और सर पर अरबों का कर्ज पहले से है. इतने कम पैसे से केवल तीन हफ्ते के इंपोर्ट के लिए भुगतान किया जा सकता है. अगर पाक को ऐसे समय में अन्य देशों का साथ नहीं मिला तो स्थिति और ज्यादा खराब हो जाएगी.
क्यों नहीं मिल रहा पाक को साथ?
1- अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) इसका सबसे बड़ा कारण है. हाल ही में गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने एक कार्यक्रम के दौरान खुले तौर पर कहा था कि मित्र देशों ने हमसे कहा है कि पहले आईएमएफ से अपना मसला सुलझाओ और उसके बाद हमारे पास आओ. एक एक्सपर्ट के मुताबिक ईएमएफ के हेल्थ सर्टिफिकेट के बिना कोई भी देश या बैंक किसी लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था की मदद नहीं करेगा. ऐसे में पाक के लिए जरूरी है कि पहले वह आईएमएफ से अपना मामला सुलझाए.
2- यहां तक की पाकिस्तान को मदद पाने के लिए अपनी आदतों में भी सुधार करना होगा. कुछ मदद इसलिए भी नहीं मिल पा रही है क्योंकि पाक आईएमएफ़ का विश्वास हासिल करने में हमेशा से ही नाकाम रहा है. देश पर इतना कर्ज है कि अब दूसरे देशों में विश्वास करने में मुश्किल हो रही है.
3- मित्र देश इस बात से भी डरे हुए हैं कि पाकिस्तान के ऊपर पहले से ही अरबों का कर्ज है. ऐसे में उनका पैसा वापस मिलना मुश्किल हो जाएगा. पाकिस्तान का कर्ज चुकाने का रिकॉर्ड बेहद खराब है.
4- पाकिस्तान वित्तीय सहायता के लिए चीन और सऊदी अरब से काफी उम्मीद लगाए हुए है. पाकिस्तान के वित्त मंत्री इसहाक डार लंबे समय से एक ही बात कह रहे हैं कि पाकिस्तान को जल्द चीन और सऊदी अरब से मदद मिलेगी लेकिन ऐसा कुछ होता दिख नहीं रहा है.
5- सऊदी अरब से तीन बिलियन डॉलर के बेल आउट पैकेज को मंज़ूरी मिलने की संभावना थी. हालांकि, घोषणाएं अभी सऊदी अरब के संबंधित विभागों को इस बारे में "विचार" करने के बारे में हैं. अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हो सका है. ऐसे में खतरा पाकिस्तान के डिफॉल्ट होने का भी है.
ये भी पढ़ें:
वाह! भारतीय मुसलमानों के लिए सऊदी अरब से आई खुशखबरी, यूपी के लोगों को होगा सबसे ज्यादा फायदा
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)