Japan PM In Ukraine: जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) भारत यात्रा पर आए थे, यहां दो दिन बिताकर मंगलवार को वह अचानक यूक्रेन पहुंच गए. फुमियो किशिदा के अचानक यूं यूक्रेन पहुंचने से वैश्विक स्तर पर सुगबुगाहट शुरू हो गई. किशिदा का यह यूक्रेन दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग रूस पहुंचे हैं. ऐसा क्यों हुआ, इसे समझने की कोशिश करते हैं आइए...
चीन-जापान की दुश्मनी बनाम रूस-यूक्रेन का युद्ध
जाहिर है कि दुनिया में चीन-जापान (China-Japan Tension) को परस्पर विरोधी देशों के रूप में देखा जाता है और रूस-यूक्रेन के बीच का टकराव तो दुनिया पिछले एक साल से भी ज्यादा समय से देख रही है. रूस-यूक्रेन की जंग में चीन ने रूस को मौन समर्थन दिया, वहीं जापान ने रूस के यूक्रेन पर हमले का खुलेआम विरोध किया. यहां तक कि जापान रूस पर प्रतिबंध लगाने में अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के गुट में शामिल हो गया. उधर, जब रूस अकेला पड़ने लगा तो चीन ने कई ऐसे बयान दिए, जिनमें अमेरिका और अन्य पश्चिमी देश निशाने पर थे. उसके बाद चीन के राष्ट्रपति 20 मार्च को खुद रूसी राष्ट्रपति से मिलने मॉस्को जा पहुंचे.
पहली बार किसी जापानी प्रधानमंत्री ने युद्धग्रस्त देश का दौरा किया
इधर, जापानी प्रधानमंत्री भारत दौरे पर थे, और कल भारत से जापान लौटने के बजाय उन्होंने यूक्रेन की उड़ान भरी. ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी जापानी प्रधानमंत्री ने किसी युद्धग्रस्त देश का दौरा किया हो. उन्होंने मंगलवार को यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की और उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए G-7 बैठक में शामिल होने का न्योता भी दिया. उसके बाद जापानी प्रधानमंत्री ने रूसी अत्याचार का प्रतीक बन चुके यूक्रेनी शहर बूचा (Bucha) में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी. यहां नरसंहार में रूसी सैनिक पर 410 आम नागरिकों की हत्या करने का आरोप है. उन्होंने बूचा के एक चर्च का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने जो कहा, वो रूस को भड़काने वाला था.
बूचा में बोले किशिदा- यहां हुई क्रूरता को देखकर गुस्से में हूं
यूक्रेन के बूचा शहर में जापानी प्रधानमंत्री ने किशिदा ने कहा, "मैं यहां हुई क्रूरता को देखकर गुस्से में हूं. मैं जापान के नागरिकों की ओर से यहां जान गंवा चुके लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. अत्याचार करने वालों (रूस) को सबक मिलेगा, उन्होंने इंसानियत की हत्या की है." जापान के सरकारी टेलीविजन एनएचके ने बताया कि किशिदा भारत से सीधे पोलैंड गए और वहां से ट्रेन के जरिए यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी पोलैंड से होते हुए ट्रेन से कीव पहुंचे थे.
यूक्रेन को 3 हजार 884 करोड़ की मदद की घोषणा
जापान के प्रधानमंत्री ने कीव में जॉइंट न्यूज कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए यूक्रेन को 470 मिलियन डॉलर (करीब 4 हजार करोड़ रुपये) की मदद देने की घोषणा की है. यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि इन पैसों का इस्तेमाल यूक्रेन के एनर्जी सेक्टर और बाकी इंडस्ट्रीज के डेवलपमेंट में होगा. इसके अलावा जापान ने NATO ट्रस्ट फंड से यूक्रेन को गैर-घातक हथियार खरीदने के लिए भी 248 करोड़ रुपये मुहैया कराने का ऐलान किया.
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