पाकिस्तान का सबसे बड़ा सियासी घराना आज कल चर्चा में है. चर्चा हो भी क्यों न जब बेनजीर भुट्टो और आसिफ अली जरदारी की बेटी की मंगनी हो. बख्तावर भुट्टो जरदारी की मंगनी का कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बेनजीर-जरदारी के तीन बच्चों में बख्तावर का दूसरा नंबर है. बिलावल भुट्टो के बाद उनका जन्म 1990 में हुआ था. आसिफ अली और बेनजीर की सबसे छोटी बेटी का नाम आसिफा भुट्टो जरदारी है.
जरदारी-भुट्टो परिवार की चर्चा क्यों हो रही है?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबरों के बीच लोग जानना चाहते हैं कि बख्तावर के मंगेतर कौन हैं. बख्तावर के मंगेतर के बारे में उत्सुकता को देखते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी को मंगलवार को एक बयान जारी करना पड़ा. बयान में बख्तावर भुट्टो की मंगनी महमूद चौधरी से होने की पुष्टि की गई है. आसिफ अली जरदारी की तरफ से जारी संदेश में कहा गया है कि बख्तावर का मंगनी समारोह 27 नवंबर, 2020 को कराची के बिलावल हाउस में होगा.
कौन हैं बख्तावर भुट्टो के होनेवाले मंगेतर?
बिलावल भुट्टो की बहन बख्तावर के मंगेतर का नाम महमूद चौधरी है. उनके पिता का नाम मोहम्मद युनूस और माता का नाम बेगम सुरैय्या चौधरी है. उनका संबंध पुराने लाहौर से है लेकिन 1973 में परिवार संयुक्त अरब अमीरात चला गया. संयुक्त अरब में परिवार ने ट्रांसपोर्ट का कारोबार शुरू किया. महमूद का जन्म 28 जुलाई 1988 को संयुक्त अरब अमीरात में ही हुआ था. पांच बहन-भाइयों में बख्तावर के मंगेतर सबसे छोटे हैं. महमूद ने शुरुआती तालीम संयुक्त अरब अमीरात से हासिल करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए ब्रिटेन का रुख किया. उन्होंने कानून में डिग्री हासिल की.
दोनों की मंगनी ऐसे समय में हो रही है जब पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं. लिहाजा, दोनों की मंगनी के मौके से होनेवाले समारोह पर कोरोना वायरस का साया साफ तौर देखा जा रहा है. निमंत्रण पत्र पर कोरोना वायरस से संबंधित हिदायतें शामिल हैं. समारोह में सीमित संख्या में मेहमानों को बुलाया जाएगा और उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. मेहमानों को मंगनी में आने से पहले कोरोना की जांच रिपोर्ट की कॉपी ई मेल के जरिए भेजनी होगी. मेहमानों को ये भी हिदायत दी गई है कि उन्हें मोबाइल फोन साथ नहीं लाना होगा.
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