Kim Jong Un In Russia: किम जोंग उन रूसी लड़ाकू हवाई जहाज के जखीरों को देखने क्यों पहुंचे, क्या है इसके मायने?
Kim Jong Russia Visit: रूसी राष्ट्रपति से एक रिपोर्टर ने पूछा कि क्या रूस उत्तर कोरिया को 'सैटेलाइट और रॉकेट लॉन्च करने' में मदद देगा? जवाब में पुतिन ने कहा, "बिल्कुल यही कारण है कि हम यहां आए हैं."
Kim Jong Un Inside Visit Of Warplanes: उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की रूस यात्रा पर दुनिया भर की नजर है. रूस यात्रा के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और किम जोंग उन की बैठक में सैन्य से लेकर खाद्य संकट के मुद्दे पर बात होने की संभावना जताई गई है. हालांकि दोनों देशों ने बहुत साफ तौर पर बैठक के दौरान हुई बातचीत की जानकारी नहीं दी है.
सीएनएन के मुताबिक, जब दोनों नेता रूस के अमूर क्षेत्र में वोस्तोचन कोस्मोड्रोम में बैठक कर रहे थे तो एक रिपोर्टर ने पुतिन से पूछा कि क्या रूस उत्तर कोरिया को "अपने उपग्रह और रॉकेट लॉन्च करने" में मदद देगा? इस सवाल के जवाब में पुतिन ने कहा, "बिलकुल यही कारण है कि हम यहां आए हैं."
व्लादिमीर पुतिन ने यह भी कहा कि किम जोंग उन "स्पेस में या रॉकेटरी में काफी रुचि रखते हैं, और वे अंतरिक्ष विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं."
21 साल पहले पिता ने किया था दौरा
उत्तर कोरिया के नेता ने रूस के कोम्सोमोल्स्क-ऑन-अमूर यूरी गगारिन एविएशन प्लांट में विमान डिजाइन और असेंबली सेंटर का दौरा किया. कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, किम जोंग उन रूसी विमानों और उनकी क्षमता को देखकर काफी प्रभावित हुए.
रूसी मीडिया एजेंसी TASS के मुताबिक, यूरी गगारिन एविएशन प्लांट का दौरा किम के पिता किम जोंग इल भी कर चुके हैं. साल 2002 में किम के पिता ने इस जगह का दौरा किया था. कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एविएशन प्लांट में पहुंचने के बाद किम जोंग उन पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान Su-57 पर चढ़े और हवाई जहाज के परीक्षण उड़ान का अनुभव किया.
रूस के अमूर में स्थित यूरी गगारिन एविएशन प्लांट देश का सबसे बड़ा विमानन संयंत्र है. रूस यहां Su-35S और Su-57 लड़ाकू जेट के साथ-साथ कई विमानों को बनाता है.
रूस और उत्तर कोरिया एक दूसरे की जरूरत क्यों?
जिस तरह यूक्रेन युद्ध लंबा खिंच रहा है, रूस की चिताएं बढ़ती दिख रही हैं, क्योंकि रूस के हथियार खत्म होते दिख रहे हैं. दूसरी ओर उत्तर कोरिया भी ऊर्जा, खाद्य साम्रागी का संकट खड़ा है. माना जा रहा है दोनों देशों के नेता एक दूसरे की समस्याओं की खत्म करने के लिए साथ आए हैं. क्योंकि उत्तर कोरिया हथियारों का व्यापक उत्पादन करता रहा हैं. वहीं उत्तर कोरिया में खाद्य सकंट की समस्या निपटने के लिए रूस मददगार साबित हो सकता है.
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