सियोल: किसी के मरने के बाद होने वाले फ्यूनरल (अंतिम संस्कार) के बारे में तो आपने कई बार सुना होगा लेकिन क्या आपने जिंदा लोगों के फ्यूनरल के बारे में सुना है. साउथ कोरिया की एक कंपनी जिंदा लोगों के लिए फ्यूनरल की पेशकश करती है. जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए ह्योवोन हीलिंग नामक कंपनी ने जीते जी अंतिम संस्कार करवाने का ऑफर दिया है. कंपनी का कहना है कि उन्होंने 'लिविंग फ्यूनरल' का कॉन्सेप्ट साल 2012 में शुरू किया था. तबसे लेकर आजतक 25000 लोग जीवित रहते अंतिम संस्कार करवा चुके हैं.


कंपनी ने यह भी दावा किया है कि ये लोग अपनी मर्जी से उनके पास आते हैं. वह सभी मरने से पहले मौत का एहसास कर के जिंदगी को बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं. इस संदर्भ में 75 साल के चो जे ही ने कहा कि अगर एक बार आप मौत को महसूस कर लेते हैं तो आप जिंदगी के प्रति एक नया दृष्टिकोण अपनाते हैं. उन्होंने हाल में 'लिविंग फ्यूनरल' में अपना अंतिम संस्कार करवाया था.


'लिविंग फ्यूनरल' में 15 साल से 75 साल तक के लोग हिस्सा ले सकते हैं. ये सभी लोग 10 मिनट एक बंद ताबूत वाले कफन में रहते हैं. इस दौरान सभी अंतिम संस्कार की रस्म पूरी की जाती है.


ऑर्गेनाइजेसन फॉर इकोनॉमिक को-ऑपरेशन एंड डेवलपमेंट्स बेटर लाइफ इंडेक्स के 40 देशों में किए गए सर्वे में दक्षिण कोरिया का 33वां स्थान है. दक्षिण कोरियाई लोगों को शिक्षा और रोजगार की बड़ी उम्मीदें हैं, जो खराब अर्थव्यवस्था और बढ़ती बेरोजगारी से गिर रही हैं.


विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, साल 2016 में दक्षिण कोरिया में आत्महत्या की दर प्रति एक लाख लोगों में 20.2 थी, जो वैश्विक औसत (10.53) का लगभग दोगुना है. इस लिहाज से देश में लोगों का जीवन के प्रति सकारात्मक रवैया बन सके इसकी कोशिश 'लिविंग फ्यूनरल' के जरिए की जा रही है.