Julian Assange Released: विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को ब्रिटेन की बेलमार्श जेल से सोमवार को रिहा कर दिया गया. लंदन हाईकोर्ट ने जूलियन असांजे को अमेरिकी खुफिया दस्तावेज से जुड़े मामले में जमानत दे दी है. इस मसले को लेकर विकीलीक्स ने एक्स हैंडल पर लंबा पोस्ट लिखा है. खुशी जताते हुए विकीलीक्स ने लिखा, 'जूलियन असांजे अब आजाद हैं.'


दरअसल, विकीलीक्स ने साल 2010 में अफगानिस्तान और इराक युद्ध के दौरान अमेरिकी सैन्य सुरक्षा से जुड़े 7 लाख दस्तावेजों को वेबसाइट पर डाल दिया था. इस मामले को अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़ा सुरक्षा उल्लंघन माना गया, इसी मामले में असांजे ब्रिटेन की हाई सिक्योरिटी बेलमार्श जेल में बंद थे. 5 साल तक जेल में रहने के बाद असांजे ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और एक समझौते के तहत अब वे अमेरिका में पेश होंगे. 


अमेरिकी दस्तावेज लीक करने के मामले में चल रहा अभियोग
जूलियन असांजे को इसी सप्ताह अमेरिकी जासूसी कानून का उल्लंघन करने का दोषी करार दिया जाना था, लेकिन समझौते के बाद ब्रिटेन में उनकी कैद समाप्त हो गई और वह ऑस्ट्रेलिया चले गए. मुकदमे के दौरान लंबे समय से अमेरिका अपने देश में असांजे का प्रत्यर्पण चाह रहा था, लेकिन इसमें उसको सफलता नहीं मिली. विकीलीक्स ने इस पूरे मसले को लेकर एक्स पर पोस्ट किया है. विकीलीक्स ने लिखा, 'जूलियन असांजे रिहा हो गए हैं.  वे 1901 दिन ब्रिटेन में बिताने के बाद 24 जून की सुबह बेलमार्श जेल से बाहर आ गए.'


जूलियन हुए ऑस्ट्रेलिया रवाना
विकीलीक्स ने कहा कि असांजे को लंदन के उच्च न्यायालय ने जमानत दे दी है. दोपहर में स्टैनस्टेड हवाई अड्डे से वह विमान में सवार होकर ब्रिटेन से ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गए. दुनिया भर में अपने समर्थकों के प्रति गहरा आभार व्यक्त करते हुए, विकीलीक्स ने कहा, 'यह एक वैश्विक अभियान का परिणाम है, जिसमें जमीनी स्तर के आयोजकों, प्रेस स्वतंत्रता अभियानकर्ताओं, विधायकों और राजनीतिक स्पेक्ट्रम के नेताओं से लेकर संयुक्त राष्ट्र तक शामिल हैं.'






जूलियन असांजे के घर वालों ने जताई खुशी
असांजे को 62 महीने की जेल की सजा सुनाई जा सकती है, जिसमें यूके की जेल में बिताए गए पांच साल भी शामिल हैं. इसका मतलब है कि अब उन्हें जेल में नहीं रहना होगा. इस फैसले के बाद असांजे के माता-पिता ने खुशी जाहिर की है. असांजे की मां क्रिस्टीन असांजे ने कहा, 'मैं आभारी हूं कि मेरे बेटे की पीड़ा अंततः समाप्त हो रही है.' असांजे के पिता जॉन शिप्टन ने मामले में हस्तक्षेप के लिए ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज को धन्यवाद दिया. इसके अलावा असांजे की पत्नी खुद ब्रिटेन अपने पति को लेने पहुंची.


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