India Canada Tension: भारत कनाडा के बीच उपजे विवाद के बीच दोनों देशों में अभूतपूर्व तनाव देखने को मिल रहा है. दोनों देशों के बीच राजनयिक स्थिति अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही है. भारत ने कनाडा पर आरोप लगाया है कि वह खालिस्तानी आतंवादियों को पनाह दे रहा है और इसी बात को दबाने के लिए वह बेबुनियाद आरोप लगा है. गौरतलब है कि बीते दिनों कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत के एजेंट पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में संलिप्तता की संभावना जताई थी जिसे भारत ने खारिज कर दिया था. ऐसे में सवाल उठता है कि भारत और कनाडा के बीच इस तनाव से भारत पर क्या असर पड़ेगा?


भारत और कनाडा के बीच व्यापार, शिक्षा, प्रवास, टूरिज्म का आदान-प्रदान होता है. भारत और कनाडा के बीच न्यूक्लियर सहयोग, दोहरे टैक्स, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, एग्रीकल्चर, एनर्जी, शिक्षा को लेकर कुछ समझौते और द्विपक्षीय करार भी हैं.  भारत के कई छात्र कनाडा में रहकर पढ़ाई करते हैं. विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार मुताबिक साल 2022 तक भारत के 13 लाख 24 हजार से ज्यादा छात्र पढ़ाई कर रहे थे, जिसमें सिर्फ कनाडा में ही 1 लाख 83 हजार से ज्यादा छात्र पढ़ाई कर रहे हैं.


भारत-कनाडा की बीच कारोबार


कनाडाई सरकार के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 कनाडा और भारत के बीच विपक्षीय व्यापार 8,161.02 मिलियन डॉलर था. जिसमें 70 अरब डॉलर कनाडा का निवेश है. भारत कनाडा का दसवां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है और कनाडा भारत का 35वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार देश है. भारत और कनाडा के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट लगभग दस साल से बातचीत के बीच फंसी हुई है.


भारत के टूरिज्म में कनाडा का योगदान


भारत सरकार की ओर जारी आंकडे के मुताबिक साल 2021 में भारत में कुल 80,437 कनाडाई पर्यटक आए थे, जो भारत आने वाले कुल पर्यटकों का 5.3 प्रतिशत है. 


देशों देशों के बीच क्या होता है निर्यात?


2022-23 में भारत ने कनाडा को करीब 4 अरब डॉलर का निर्यात किया था. वहीं कनाडा ने भी भारत को 4.05 अरब डॉलर का निर्यात किया था. निर्यात किए जाने वाले सामानों में भारत की ओर से लोहा और स्टील, फार्मा प्रोडक्ट, कपड़े,  इंजीनियरिंग के सामान, कीमती पत्थर भेजा जाता है.  वहीं कनाडा भारत को वुड पल्प, एस्बेस्टस, पोटाश, आयरन स्क्रैप, दालें, न्यूजप्रिंट, खनिज, इंडस्ट्रियल केमिकल जैसी चीजें भेजता है.


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