Kim Jong Un Visits Hypersonic Missiles: उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन रूस के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक भी की है, हालांकि इस बैठक में होने वाली बातचीत को दुनिया के सामने नहीं रखा गया. किम जोंग उन का रूस दौरा कब तक चलेगा इस बारे में भी कोई जानकारी नहीं है.


शनिवार को रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने प्रशांत बंदरगाह शहर व्लादिवोस्तोक से लगभग 50 किमी दूर रूस के कनेविची हवाई क्षेत्र में मुस्कुराते हुए किम का स्वागत किया और उन्हें सलामी दी. इसके बाद उत्तर कोरियाई नेता को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.


रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि कनेविची हवाई क्षेत्र पर रक्षा मंत्री शोइगु ने किम को रूस के रणनीतिक बमवर्षक टीयू-160, टीयू-95 और टीयू-22एम3 दिखाए. ये बमवर्षक परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम हैं. 


इसके अलावा शोइगु ने उन्हें किंझल हाइपरसोनिक मिसाइलों से लैस मिग-31आई सुपरसोनिक इंटरसेप्टर विमान दिखाया. किंझल हवा में प्रक्षेपित होने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है. ये मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है.


रूसी मिसाइलों में क्या है खास?


समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक रक्षा मंत्री शोइगु ने एक विमान को दिखाते हुए किम से कहा, "यह मॉस्को से जापान तक उड़ान भर सकता है और फिर वापस भी आ सकता है."


किंझल हाइपरसोनिक मिसाइल 480 किलोग्राम तक के पेलोड ले जाने पर इसकी रेंज 1,500 से 2,000 किमी बताई जाती है. यह ध्वनि की गति से 10 गुना अधिक (12,000 किलोमीटर प्रति घंटे, 7,700 मील प्रति घंटे) तक यात्रा कर सकता है.


रूसी मीडिया के मुताबिक, जब रूस के रक्षा मंत्री किम जोंग उन को मिसाइल और लड़ाकू हवाई जहाज दिखा रहे थे, तब किम लगातार हामी भर रहे थे. इस दौरान किम ने पूछा कि हवाई जहाज से मिसाइलें कैसे दागी जाती हैं.  


अमेरिका- दक्षिण कोरिया को किस बात का है डर?


अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने चिंता जताई है कि उत्तर कोरिया के साथ रूस की 'दोस्ती' फिर से शुरू होने से किम को रूस की कुछ संवेदनशील मिसाइल और कई दूसरी सैन्य टेक्नॉलॉजी तक पहुंच मिल सकती है, जबकि यूक्रेन में युद्ध में रूस भी उत्तर कोरिया से हथियारों की मदद ले सकता है. 


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