Women Giving Free Education to Poor : तालिबान (Taliban) ने पिछले साल अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जा जमा लिया था. अब वहां ताबिबान की सरकार है. तालिबान ने सत्ता में आते ही कई ऐसी बंदिशें लगा दीं, जिससे यूथ (Youth) और बच्चों के एजुकेशन पर असर पड़ा. एक तरह से लड़कियों के स्कूल पहुंचने तक के रास्ते बंद कर दिए गए हैं. सख्ती की वजह से महिलाएं स्कूल तक नहीं जा पा रही हैं, लेकिन इन सबके बीच एक ऐसा महिला भी जो अंधेरे में दीप जालने का काम कर रही है. सोदा नाजांद नाम की यह महिला असहाय, अनाथ और बेघर बच्चों व महिलाओं को फ्री में पढ़ा रहीं हैं.
रोजाना 3 घंटे तक पढ़ाती हैं
रिपोर्ट के मुताबिक, सोदा नाम की यह महिला अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रहती हैं. वह ऐसे बच्चों को चुनती हैं जो फुठपाथ पर रहते हैं, छोटे-छोटे दुकानों पर काम करते हैं. इसके बाद वह इन ब्चों को फ्री में पढ़ाती हैं. उन्होंने बताया कि वह एक पार्क में इन बच्चों को 3 घंटे तक पढ़ाती हैं. इसके लिए वह कोई पैसा नहीं लेतीं. उन्हें हर विषय की जानकारी दे रही हैं.
बच्चे भी चाहते हैं बेहतर भविष्य
नाजांद के स्कूल में डेली 30 बच्चे मौजूद रहते हैं. इनमें से अधिकतर ऐसे हैं जो दुकानों पर काम करते हैं. वह कहते हैं कि पढ़लिखकर हम भी अपना भविष्य बेहतर बनाना चाहते हैं. नाजांद ने बताया कि इनमें से कई बच्चे भीख मांगते थे, जबकि कई अब भी गलत कामों में लगे हैं. नाजांद कहती हैं कि उनका मकसद सभी के लिए बराबर शिक्षा प्रदान करना है.
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