Air Pollution: भारत-पाकिस्‍तान और बांग्‍लादेश जैसे एशियाई देशों में वायु प्रदूषण की खबरें आए रोज आती रहती हैं. लेकिन आपका ध्‍यान इसी महाद्वीप के एक और देश में प्रदूषण (Pollution) से मचे कोहराम पर नहीं गया होगा. हम बात कर रहे हैं, थाईलैंड (Thailand) की. जहां कई शहरों में लाखों लोगों की तबियत वायु-प्रदूषण से बिगड़ गई है, और नित नए मरीज मिल रहे हैं.


उत्तरी थाई शहर चियांग माई में स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने वायु गुणवत्‍ता सूचकांक की जांच की तो पाया कि हवा सांस लेने लायक नहीं बची. इसके चलते अधिकारियों ने शुक्रवार (7 जुलाई) को उत्तरी थाई शहर चियांग माई में लोगों से घर के अंदर रहने और घर से काम करने का आग्रह किया. उन्‍होंने कहा कि वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है और ऐसे में लोग खुले में न घूमें.


थाईलैंड की हवा खराब, धुएं-धूल ने बिगाड़ा हाल


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चियांग माई में हवा अधिक गंदी होने के पीछे वहां हाल के हफ्तों में जंगल में लगी आग है, जिसके धुएं और धूल के गुबार ने लोकप्रिय पर्यटन स्थल को ढक लिया है. इसके अलावा वहां के किसानों ने भी फसल के अवशेषों को जलाया था, उसका भी बुरा असर पड़ा.


अब ये थाई शहर दुनिया में सबसे प्रदूषित !


शुक्रवार की सुबह, हवाई निगरानी वेबसाइट IQAir ने दिल्ली और लाहौर जैसे नियमित हॉटस्पॉट से आगे बढ़कर थाईलैंड के चियांग माई को दुनिया के सबसे प्रदूषित प्रमुख शहर के रूप में दिखाया. IQAir के अनुसार, सबसे खतरनाक PM2.5 कणों के स्तर - इतने छोटे कि वे रक्तप्रवाह में प्रवेश कर सकते हैं - विश्व स्वास्थ्य संगठन की सालाना गाइडलाइन से 66 गुना से अधिक थे.


लोगों को घर से काम करने को कहा जा रहा


ऐसी भयानक स्थिति में चियांग माई के प्रांतीय गवर्नर निरत पोंगसिटावोर्न ने एक बयान जारी कर लोगों से घर के अंदर रहने और पीएम 2.5 कणों से "खुद को बचाने और स्वास्थ्य प्रभाव को कम करने" के लिए घर से काम करने का आग्रह किया है. वैसे थाईलैंड वर्ष की शुरुआत से ही वायु प्रदूषण की चपेट में है, जिसकी धुंधली तस्‍वीरें इंटरनेट पर आ चुकी हैं. 


20 लाख लोगों को अस्‍पताल में भर्ती कराने की जरूरत


थाईलैंड के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष वायु प्रदूषण के कारण उनके यहां लाखों लोग बीमार हुए हैं. श्वसन संबंधी दिक्‍कतों के चलते वहां लगभग दो मिलियन लोगों को अस्पताल में इलाज की आवश्यकता है.


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