Schools Reopen: Covid-19 के कारण क्या स्कूलों को बंद रखना चाहिए? वर्ल्ड बैंक के शिक्षा निदेशक ने कही ये बड़ी बात
World Bank's Global Education Director On Reopening Schools: विश्व बैंक के शिक्षा निदेशक जैमे सावेदरा ने कहा कि स्कूल खोलने और कोरोना वायरस के फैलने के बीच कोई संबंध नहीं है.
World Bank's Global Education Director On Reopening Schools: दुनिया भर में एक बार फिर कोरोना महामारी (Corona Pandemic) ने तबाही मचा रखी है. इस बीच, विश्व बैंक के शिक्षा निदेशक जैमे सावेदरा (Jaime Saavedra) ने कहा कि कोविड-19 (Covid-19) के चलते अब स्कूलों को बंद रखने का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने कहा कि भले ही महामारी की ये नई लहरें हों, लेकिन स्कूलों को बंद करना अंतिम उपाय नहीं होना चाहिए.
जैमे सावेदरा, जिनकी टीम एजुकेशन सेक्टर में कोविड-19 के प्रभाव पर नजर रखे हुई है, का कहना है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि स्कूलों को फिर से खोलने से कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हुई है और स्कूल सुरक्षित स्थान नहीं है. उन्होंने कहा कि स्कूलों को फिर से खोलने के लिए बच्चों के टीकाकरण होने तक इंतजार करने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि इसके पीछे कोई विज्ञान नहीं है.
'स्कूल को बंद रखने का कोई औचित्य नहीं'
विश्व बैंक के शिक्षा निदेशक जैमे सावेदरा ने कहा, "स्कूल खोलने और कोरोना वायरस के फैलने के बीच कोई संबंध नहीं है. इन दोनों बातों को जोड़ने का कोई सबूत नहीं है और स्कूल को बंद रखने का कोई औचित्य नहीं है." उन्होंने कहा, "रेस्तरां, बार और शॉपिंग मॉल को खुला रखना और स्कूलों को बंद रखना, ये कोई मतलब नहीं है, यह कोई बहाना नहीं है."
'स्कूल बंद करने की लागत बहुत अधिक है'
उन्होंने कहा, "अगर स्कूल खोले जाते हैं, तो कोविड के कारण बच्चों के लिए स्वास्थ्य जोखिम कम है, लेकिन स्कूल बंद करने की लागत बहुत अधिक है. 2020 के दौर से हम अज्ञानता के सागर में जा रहे थे. हमें अभी नहीं मालूम कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए सबसे अच्छा तरीका क्या है और दुनिया के ज्यादातर देशों ने तत्काल प्रक्रिया के तहत स्कूलों को बंद किया था. तब से अब तक काफी समय बीत चुका है. 2020 और 2021 को देखें, तो हमारे पास सबूत है कि कोरोना की कई लहरें आईं और ऐसे कई देश हैं जिन्होंने स्कूल खोला है."
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