Pakistan GDP Fall Down: पाकिस्तान पहले से ही आर्थिक तंगी झेल रहा था. उसके बाद विनाशकारी बाढ़ ने उसकी इकॉनमी की कमर तोड़ दी. इसी बात को लेकर विश्व बैंक ने अनुमान लगाया है कि बाढ़ की वजह से पाकिस्तान की विकास दर में 5 फीसदी तक गिरावट आ सकती है. 


द न्यूज इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए 20 लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 165 खरब रुपये) के कर्ज के बाद गरीबी 2 से 4.5 फीसदी तक बढ़ जाएगी. दक्षिण एशियाई क्षेत्र में, पाकिस्तान का आर्थिक अनुमान श्रीलंका के बाद दूसरा सबसे खराब बना हुआ है, जहां GDP की ग्रोथ नेगेटिव होने का अनुमान लगाया जा चुका है.


श्रीलंका जैसी इकॉनमी होने का खतरा


दक्षिण एशिया के लिए विश्व बैंक के मुख्य इकोनॉमिस्ट हैंस टिमर ने वॉशिंगटन DC में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पाकिस्तान की इकॉनमी को दक्षिण एशिया में श्रीलंका जैसी इकॉनमी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. टिमर ने फॉल 2022 इकनॉमिक आउटलुक फॉर साउथ एशिया रिपोर्ट जारी की. पाकिस्तान में महंगाई दर 11.5 फीसदी के मुकाबले 23 फीसदी तक बढ़ गई है. 


पाकिस्तान में बढ़ जाएंगे गरीब


विश्व बैंक ने अनुमान लगाया है कि गरीबी 2 से 4.5 फीसदी तक बढ़ जाएगी, जिससे पाकिस्तान में 90 लाख लोग गरीबी रेखा के नीचे आ जाएंगे. बाढ़ के कारण लगातार पाकिस्तान के लिए नियम सख्त करना और अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया है. 


बाढ़ की स्थिति के वजह से उत्पादन और कम हो सकता है. राजनीतिक दबाव के कारण आर्थिक जरूरतों से जुड़े जोखिम बढ़ सकते हैं. विश्व बैंक ने सुझाव दिया कि सरकार को गरीबों के लिए किसी नए बिजनेस पर ध्यान देना चाहिए और ऊर्जा क्षेत्र सहित महत्वपूर्ण संरचनात्मक सुधारों पर प्रगति को बनाए रखना चाहिए.


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