Watch: CM योगी ने शमी को दिया स्टेडियम गिफ्ट, पाकिस्तानी शख्स बोला- हमने दानिश कनेरिया के साथ क्या किया?
Pakistan Viral Video: मोहम्मद शमी के गांव में मिनी स्टेडियम बनाये जाने के फैसले की सराहना पाकिस्तान में भी देखने को मिल रही है. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
World Cup 2023: वर्ल्ड कप में अपने बेहतरीन प्रदर्शन को लेकर सुर्खियों में छाए गेंदबाज मोहम्मद शमी के गांव तस्वीर बदलने वाली है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शमी के गांव सहसपुर अली नगर में मिनी स्टेडियम बनवाने की घोषणा की है. जिसकी चर्चा दुनिया भर में हो रही है. ऐसे में पाकिस्तानी अवाम भी सीएम योगी के फैसले की सराहना कर रही है. जिसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है.
रियल इंटरटेनमेंट नामक यूट्यूब चैनल पर अपलोड की गई वीडियो में पाकिस्तानी शख्स तंज करते हुए दिख रहा है. पाकिस्तानी युवक ने कहा है कि दुनिया भर में कहा जाता है कि भारत में मुसलमानों के साथ जुल्म होता है लेकिन वहां यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोहम्मद शमी के नाम पर स्टेडियम बनाने का ऐलान किया है.
पाकिस्तानी शख्स ने दानिश कनेरिया का किया जिक्र
लेकिन पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की हालत क्या है, यह किसी छुपी नहीं है. पाकिस्तानी शख़्स आगे कहता है कि काश भारत की तरह पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को सम्मान मिलना. दानिश कनेरिया का ज़िक्र करते हुए पाकिस्तानी शख्स कहता है कि इतने महान गेंदबाज़ के साथ पाकिस्तान में कैसा बर्ताव हुआ. उनके नाम पर स्टेडियम बनाना तो दूर, आज वे गुमनामी की ज़िन्दगी जी रहे हैं.
पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर नहीं बन पाए कनेरिया
युवक आगे कहता है कि दानिश कनेरिया पर तो बैन लग गया था. हमें यह भी नहीं पता कि वह रोटी कैसे खाते हैं. उन्होंने मीडिया के सामने खुद आकर बताया कि हिन्दू होने की वजह से उनके साथ टीम में कैसा सलूक होता था. कुछ ऐसा ही हाल था युसूफ योहाना के साथ, जिन्होंने बाद में इस्लाम अपनाते हुए खुद को मोहम्मद युसूफ में कन्वर्ट कर लिया. इस्लाम अपनाने के बाद मोहम्मद युसूफ के साथ टीम में ठीक बर्ताव होने लगा और उन्हें आज पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटरों में गिना जाता है.
पाकिस्तानी युवक आगे कहता है कि अगर दानिश कानेरिया ने भी इस्लाम धर्म अपनाते हुए खुद को मोहम्मद दानिश बना लिया होता तो आज वे लीजेंड होते. भारत में धर्म नहीं बल्कि टैलेंट देखा जाता है लेकिन पाकिस्तान में दुर्भाग्य से ऐसा देखने को नहीं मिलता है.