IND vs AUS Final: विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम के विजेता बनने के बाद कप्तान पैट कमिंस के मैच से पहले उस बयान की काफी चर्चा हो रही है जिसमें उन्होंने कहा था कि वह स्टेडियम में मौजूद एक लाख भारतीयों को चुप कराना चाहते हैं. हालांकि ऐसा हुआ भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के मैच जीतने के साथ ही स्टेडियम में मौजूद सभी भारतीय दर्शकों का शोर थम गया.
ऑस्ट्रेलिया का अखबार द क्रॉनिकल ने 'भारतीय खिलाड़ियों ने फाइनल में खेल भावना नहीं दिखाई' शीर्षक से खबर लिखी है. खबर के पहले ही लाइन में अखबार ने लिखा, 'दर्द बहुत गहरा था.' अखबार ने दावा किया कि जब विश्व कप विजेता ऑस्ट्रेलियाई टीम को ट्रॉफी दी जा रही थी तब भारतीय टीम के खिलाड़ी नदारद थे.
अखबार ने तंज के लहजे में लिखा, "कप्तान पैट कमिंस को विश्व कप जीतने की उपलब्धि का अहसास नहीं हुआ होगा क्योंकि उन्हें दर्शकों से खाली स्टेडियम में विश्व कप ट्रॉफी सौंपी गई थी."
'बैक फायर कर गई घरेलू पिच'
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम के पिच को लेकर मैच के एक रोज पहले चिंता जाहिर की थी. ऑस्ट्रेलिया की जानामानी अखबार हेराल्ड सन ने पिच को लेकर चिंताओं पर एक खबर प्रकाशित की है. अखबार ने आरोप लगाया है कि भारतीय टीम ने पिच को लेकर संभावित 'हेरफेर' की थी जो उसे ही बैकफायर कर गई.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिक्की पोंटिग ने कहा कि अहमदाबाद की पिच भारतीयों को बैकफायर कर गया. ऑस्ट्रेलिया में सोशल मीडिया पर भी ऐसे ही कुछ आरोप लगाए जा रहे हैं.
'पूरे स्टेडियम में बस 11 खिलाड़ियों का आ रही थी आवाज'
ऑस्ट्रेलिया की चर्चित अखबार द एज ने 'कमिंस के सहयोगियों के लिए स्टेडियम की 'खामोशी' स्वर्णिम हैं क्योंकि वे महानता की ओर बढ़ रहे हैं' शीर्षक से एक रिपोर्ट लिखी है.
अखबार ने लिखा, "विराट कोहली जैसे ही ऑउट हुए 90 हजार भारतीयों की भीड़ ने मौन साध लिया और स्टेडियम में सिर्फ 11 ऑस्टेलियाई खिलाड़ियों का शोर सुनाई दे रहा था."
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