US Presidential Debate: कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रम्प के बीच मंगलवार की रात को प्रेसिडेंशियल बहस होनी है. नवंबर महीने में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले शायद यह एकमात्र बहस होगी. इस मुकाबले से पहले 5 बातें जानने योग्य हैं. कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रम्प यह मुकाबला भारतीय समयानुसार बुधवार की सुबह 6.30 बजे होगा. नवीनतम सर्वेक्षणों से पता चला है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के अगले राष्ट्रपति बनने की दौड़ में दोनों उम्मीदवार कड़ी टक्कर दे रहे हैं. ऐसे में यह बहस आगामी चुनाव अभियान की दिशा में हद तक सहायक साबित हो सकती है.


1. ट्रंप और हैरिस के बीच सिर्फ एक अंक का अंतर
द न्यूयॉर्क टाइम्स/सिएना कॉलेज की तरफ से जारी किए गए पोल से पता चला है कि ट्रंप को राष्ट्रीय स्तर पर 48 फीसदी वोट मिल रहे हैं, वहीं कमला हैरिस को 47 फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं. ऐसे में दोनों नेताओं के बीच इस बार काफी कड़ा मुकाबला होने वाला है. जून महीने में ट्रंप और बाइडेन के बीच हुई बहस में जो बाइडेन ट्रंप के सामने लड़खड़ाते हुए नजर आए थे, जिसके बाद बाइडेन ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली. वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से अब कमला हैरिस को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया गया है. 


2. प्रेसिडेंसियल बहस से कमला हैरिस को हो सकता है फायदा
कई विशेषज्ञों का मानना ​​है कि मंगलवार की बहस से कमला हैरिस को फायदा हो सकता है, लेकिन इस दौरान नुकसान की भी गुंजाइश है. टाइम्स/सिएना पोल में कम से कम 28 प्रतिशत संभावित मतदाताओं ने कहा कि उन्हें हैरिस के बारे में और अधिक जानने की जरूरत है, जबकि 9 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें ट्रम्प के बारे में और अधिक जानने की जरूरत है. मंगलवार को हैरिस के पास सही मौका होगा जब वे अपने को साबित कर सकती हैं. अगर इस बहस को कमला हैरिस जीत जाती हैं, तो परिणाम उनके पक्ष में आ सकते हैं.


3. हैरिस को बाइडेन की बहस से सबक लेने की जरूरत
27 जून को पहली टेलीविजन बहस में ट्रंप ने बाइडेन पर हमला किया. इस बहस में राष्ट्रपति जो बाइडेन का राजनीतिक करियर ध्वस्त हो गया. 81 वर्षीय बाइडेन बहस के दौरान लड़खड़ाते ही चले गए, जिससे देश के सर्वोच्च पद पर बने रहने की उनकी मानसिक और शारीरिक क्षमता पर सवाल खड़े हो गए. इसके साथ ही एक महीने के भीतर वे इस लड़ाई से बाहर हो गए. अब देखना ये है कि कमला हैरिस किस तरीके से ट्रंप का मुकाबला करती हैं. यहां देखने वाली बात यह होगी कि हैरिस ट्रंप के प्रति कैसे बोलती हैं और किस तरह से प्रतिक्रिया देती हैं. इस डिबेट में कमला हैरिस को ट्रंप की कमजोरियों का भी फायदा उठाना होगा और बाइडेन की डिबेट से मिले अनुभवों का प्रयोग करना होगा. 


4. ट्रंप को क्या ध्यान रखना होगा
विशेषज्ञों का मानना है कि पिछली डिबेट में ट्रंप ने भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था. ट्रंप डिबेट के दौरान बड़बड़ा रहे थे और एक-दूसरे पर निशाना साध रहे थे. इस दौरान ट्रंप मजाक कर रहे थे और असभ्य भाषा का प्रयोग कर रहे थे. एक्सपर्ट का मानना है कि राष्ट्रपति पद की बहस में ट्रंप इस तरह से बोल रहे थे जैसे किसी रैली को संबोधित कर रहे हों. दूसरी तरफ इस बार कमला हैरिस ट्रंप की तुलना में युवा उम्मीदवार हैं, ऐसे में वे इसका फायदा उठा सकती हैं. जिस तरह से ट्रंप बाइडेन की उम्र को लेकर निशाना साध रहे थे वही काम अब कमला हैरिस कर सकती हैं. 


5. 'सही' मुद्दों पर दिखानी होगी मजबूती
एबीसी न्यूज की तरफ से आयोजित बहस में अर्थव्यवस्था और आप्रवासन से लेकर प्रजनन अधिकार और विदेश नीति तक अमेरिकी मतदाताओं से संबंधित कई मुद्दों को शामिल किया जाएगा. जबकि मॉडरेटर यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी एक मुद्दे को असंगत प्रसारण न मिले. फिर भी हैरिस और ट्रम्प दोनों उन विषयों पर स्पॉटलाइट चमकाने की कोशिश करेंगे जिन पर वे बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं. ऐसे में दोनों नेताओं के सामने सही मुद्दों पर बहस करने की मजबूरी हो सकती है. ऐसे में देखना यह होगा कि मॉडरेटर की तरफ से सुनिश्चित किए गए मुद्दों पर कितनी मजबूती के साथ कौन जवाब देता है. सर्वेक्षणों से संकेत मिलता है कि नस्लीय आधार पर महिलाएं गर्भपात कराने के अपने अधिकार के बारे में गहराई से परवाह करती हैं. हैरिस के लिए चुनाव को अपने पक्ष में करने के लिए ये मुद्दा महत्वपूर्ण हो सकता है.


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