World Hindu Congress: दुनिया में लगातार होती जंग और हिंसक घटनाओं के बीच थाईलैंड के पीएम ने राहत देने वाली बात कही है. उन्होंने लोगों से कहा कि हिंसा को कम करने और शांति को बढ़ावा देने के लिए दुनिया को हिंदू मूल्यों से प्रेरणा लेनी चाहिए तभी जाकर दोबारा से शांति स्थापित हो पाएगी.
गौरतलब है कि शुक्रवार थाईलैंड में तीसरी विश्व हिंदू कांग्रेस का उद्धाटन किया गया. विश्व हिंदू कांग्रेस की स्थापना को लेकर बताया गया कि दुनिया में हिंदुओं की पहचान एक प्रगतिशील और प्रतिभाशाली समाज के तौर पर पेश करने के लिए बैंकॉक में इसकी स्थापना हुई.
समारोह में नहीं पहुंच सके पीएम
इस समारोह में थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन आने वाले थे, लेकिन वह किन्हीं जरूरी वजहों से नहीं आ पाए. हालांकि, उन्होंने एक चिट्ठी के तौर पर अपना मैसेज भेज दिया था, जिसे समारोह के दौरान पढ़ा गया.
पीएम श्रेथा थाविसिन ने हिंदू मूल्यों की वकालत करते हुए मैसेज में कहा कि अशांति से लड़ रही दुनिया को अहिंसा, सत्य, सहिष्णुता और सद्भाव के हिंदू मूल्यों से प्रेरणा लेनी चाहिए. तभी दुनिया को शांति हासिल होगी. उन्होंने ये भी कहा कि हिंदू धर्म के सिद्धांतों और मूल्यों पर आयोजित विश्व हिंदू कांग्रेस की मेजबानी करना थाईलैंड के लिए सम्मान की बात है.
कौन-कौन शामिल?
तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान प्रतिनिधि दुनिया भर में हिंदुओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करेंगे. समारोह में उपस्थित लोगों में आध्यात्मिक नेता माता अमृतानंदमयी देवी, विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के महासचिव मिलिंद परांडे, डब्ल्यूएचसी आयोजन समिति के अध्यक्ष सुशील सराफ, भारत सेवाश्रम संघ के कार्यकारी अध्यक्ष स्वामी पूर्णात्मानंद, हिंदू धर्म टुडे-यूएसए के प्रकाशक सतगुरु बोधिनाथ वेयलानस्वामी सहित अन्य शामिल थे.
विश्व हिंदू कांग्रेस में 61 देशों से 2,200 से ज्यादा प्रतिनिधि शिरकत किए थे. वे प्रतिनिधि आमंत्रित थे जिन्होंने शिक्षा, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, अनुसंधान और विकास, मीडिया और राजनीति के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं.
कब-कब हुआ सम्मेलन?
विश्व हिंदू कांग्रेस का पहला संस्करण साल 2014 में दिल्ली में हुआ था और 2018 में शिकागो में आयोजित किया गया था. 2023 में इसे थाईलैंड में आयोजित किया गया. गौरतलब है कि थाईलैंड में करीब 10 लाख हिंदू रहते हैं.
ये भी पढ़ें: