मुस्लिम 70, हिंदू 27 और ईसाई 34 पर्सेंट... अगले 36 सालों में होने वाला है बहुत बड़ा बदलाव
प्यू रिसर्च की रिपोर्ट का अनुमान है कि 2060 तक भारत में मुसलमानों की जनसंख्या 33 करोड़ तक हो सकती है, यानी देश की कुल आबादी में से 19.4 पर्सेंट लोग मुस्लिम होंगे.
जिस समुदाय की आबादी सबसे ज्यादा है, उसी धर्म को दुनिया का सबसे बड़ा धर्म माना जाता है. मौजूदा समय में विश्व की 7.3 बिलियन आबादी में से 31 फीसदी ईसाइयों की है यानी ईसाई धर्म दुनिया का सबसे बड़ा धर्म है. दूसरे नंबर पर इस्लाम है क्योंकि आबादी के लिहाज से यह समुदाय दूसरे नंबर पर आता है और तीसरे नंबर पर हिंदू धर्म आता है.
प्यू रिसर्च ने सबसे तेजी से बढ़ने वाले धर्म को लेकर एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें बेहद चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. इसमें पता चला कि इस्लाम ऐसा धर्म होगा, जिसको मानने वालों की आबादी में बाकी किसी भी धर्म के मुकाबले सबसे ज्यादा इजाफा देखने को मिल सकता है.
सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म कौन सा है?
प्यू रिसर्च ने हर धर्म के फर्टिलिटी रेट, युवा आबादी और धर्म-परिवर्तन के आधार पर साल 2060 में उसकी आबादी का अनुमान लगाया है. रिपोर्ट में कहा गया कि 2060 तक दुनिया की आबादी 32 फीसदी तक बढ़ जाएगी, जबकि मुस्लिमों की आबादी में 70 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है. ये अनुमान 2015 से 2060 तक 45 सालों के लिए है. 2015 में 1 अरब 80 करोड़ मुस्लिम थे, जो अगले 36 सालों में तीन अरब तक पहुंच सकते हैं. यानी 2015 से 2060 के बीच 45 सालों में मुस्लिम आबादी में 70 पर्सेंट तक की बढ़ोतरी होने का अनुमान है. जिसकी वजह ये है कि मुस्लिम महिलाओं का फर्टिलिटी रेट सबसे ज्यादा है, जहां बाकी धर्मों में औसतन प्रति महिला 2 बच्चे पैदा करती है, जबकि मुस्लिमों में औसतन एक महिला तीन बच्चे पैदा करती है.
मुस्लिम आबादी के तेजी से बढ़ने का क्या है अनुमान?
रिपोर्ट में कहा गया कि मिडिल ईस्ट और सब-सहारा अफ्रीका में मुस्लिम आबादी ज्यादा रहती है और इन इलाकों में 2060 तक फर्टिलिटी रेट ज्यादा रहने का अनुमान है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि मुस्लिमों में युवा आबादी भी ज्यादा है. 2010 में 34 फीसदी मुस्लिम आबादी 15 साल से कम उम्र की थी, जबकि 60 पर्सेंट जनसंख्या 15 से 59 साल की उम्र की थी और सिर्फ 7 पर्सेंट लोग 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के थे.
45 सालों में भारत में कितने होंगे मुसलमान?
रिपोर्ट में भारत की मुस्लिम आबादी को लेकर कहा गया है कि 2060 तक देश की 19.4 पर्सेंट आबादी मुस्लिम होगी, जबकि 2015 में 14.9 मुसलमान थे. रिपोर्ट का अनुमान है कि 36 सालों में भारत की मुस्लिम जनसंख्या 33 करोड़ तक पहुंच जाएगी. वहीं, नाइजीरिया को लेकर कहा गया कि इस देश में मुसलमानों और ईसाइयों की आबादी बराबर है, लेकिन 2060 तक यहां 60.5 फीसदी आबादी मुस्लिम होगी यानी नाइजीरिया में मुस्लिम ईसाइयों से ज्यादा हो जाएंगे.
ईसाइयों और हिंदुओं को लेकर क्या है अनुमान?
रिपोर्ट के अनुसार 2015 से 2060 के बीच ईसाइयों की आबादी में 34 पर्सेंट तक बढ़ोतरी देखी जा सकती है. वहीं, हिंदुओं में 27 पर्सेंट तक की बढ़ोतरी का अनुमान है. अभी विश्व में 31 पर्सेंट आबादी ईसाइयों की है, जबकि 15 पर्सेंट लोग हिंदू हैं.
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