World Red Cross Day 2020: क्यों मनाया जाता है रेड क्रॉस दिवस, कैसे हुई इसकी शुरुआत
8 मई का दिन रेड क्रॉस दिवस के तौर पर जाना जाता है. मुख्य रूप से रेड क्रॉस हिंसा और युद्ध में पीड़ित लोगों के लिए काम करती है.
हर साल आठ मई को वर्ल्ड रेड क्रॉस डे मनाया जाता है. इसी दिन रेड क्रॉस सोसायटी के संस्थापक जॉन हेनरी ड्यूडेंट का जन्म हुआ था. उनके जन्मदिन को ही वर्ल्ड रेड क्रॉस दिवस के रूप में मनाया जाता है. ये संस्था दुनियाभर में हिंसा, युद्ध या आपात स्थिति में पीड़ित लोगों की मदद और उनकी सेवा करती है. इस संस्था का उद्देश्य किसी युद्ध या महामारी के समय लोगों की रक्षा करना और उन्हें नया जीवन देना है.
इंटरनेशनल कमिटी ऑफ द रेड क्रॉस (आईसीआरसी) की स्थापना साल 1863 में हुई थी. इसका मुख्यालय स्विटरजरलैंड के जेनेवा में है. इसी संस्था ने हर साल आठ मई को रेड क्रॉस दिवस मनाए जाने की मांग की थी. आठ मई 1948 को पहला वर्ल्ड रेड क्रॉस डे मनाया गया. आइए जानते हैं रेड क्रॉस की स्थापना कैसे हुई और ये विचार आया कैसे?
सोल्फेरिनो का युद्ध बना रेड क्रॉस की स्थापना की वजह साल 1859 में जॉन हेनरी ड्यूडेंट अल्जीरिया में व्यापार करने के लिए फ्रांस के सम्राट नेपोलियन तृतीय मिलने गए. लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी. नेपोलियन तृतीय से मुलाकात नहीं हुई तो हेनरी इटली चले गए. वहां उस वक्त सोल्फेरिनो का युद्ध चल रहा था. युद्ध में हर दिन हजारों सैनिक मारे जा रहे थे और घायल हो रहे थे. वहां उन घायल सैनिकों के इलाज का कोई साधन उपलब्ध नहीं था. सैनिक जमीन पर पड़े दर्द से चिल्ला रहे थे. हेनरी से खौफनाक दृश्य देखा नहीं गया. उन्होंने कुछ लोगों को इकट्टा किया और खुद ही घायलों की मदद करने लगे. उनका इलाज करवाया और उनके लिए खाने का इंतजाम किया. यहीं नहीं, घायलों के परिवारों को पत्र लिखकर जानकारी भी दी.
हेनरी इस घटना से काफी आहट थे. उन्होंने 'ए मेमरी ऑफ सोल्फेरिनो' (A Memory of Solferino) नाम की एक किताब लिखी, जिसमें इस पूरे भयावह दृश्य के बारे में बताया. किताब में अंत में उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय सोसायटी की स्थापना करने सुझाव दिया था, जो युद्ध या आपात स्थिति में घायल लोगों की मदद करें. ऐसी सोसायटी जो बिना भेदभाव के दुनिया के हर वर्ग के लोगों की रक्षा करें.
रेड क्रॉस की स्थापना हेनरी के इस सुझाव को गंभीरता से लिया गया. किताब प्रकाशित होने के तीन साल बाद हेनरी के सुझाव पर पांच सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया गया. इस कमेटी का उद्देश्य हेनरी के सुझाव पर चर्चा करना था. कुछ महीने बाद अक्टूबर 1863 में कमेटी ने एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया. जिसमें 16 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए. इस दौरान इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेड क्रॉस के गठन का ऐलान किया गया और दूसरे देशों से भी संगठन की स्थापना करने की अपील की गई. इसके बाद से हेनरी ने अपना जीवन पूरी तरह से जरूरतमंदों की सेवा के लिए समर्पित कर दिया. उनकी इसी सेवा के लिए साल 1901 में उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया.
आज दुनियाभर के करीब 200 देश रेड क्रॉस सोसायटी से जुड़े हुए हैं. भारत में रेड क्रॉस की स्थापना 1920 में पार्लियामेंट्री एक्ट के अनुसार हुई. देश में रेड क्रॉस की करीब 700 ब्रांच हैं.
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