China's Expansion Policy: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने नववर्ष के अपने संबोधन में ताइवान और मुख्यभूमि चीन के एकीकरण की आकांक्षा जाहिर की. उन्होंने सत्तारुढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) की उपलब्धियों का बखान किया और हाल में हुई उस महत्वपूर्ण बैठक का जिक्र किया जिसमें उनके सत्ता में अभूतपूर्व तीसरे कार्यकाल का रास्ता साफ हो गया है.
शी का राष्ट्र के नाम संबोधन टेलीविजन के जरिए प्रसारित हुआ. इसमें उन्होंने कहा कि हमारी मातृभूमि के पूर्ण एकीकरण की आकांक्षा ताइवान जल डमरूमध्य के दोनों ओर के लोगों की है. गौरतलब है कि अमेरिका, यूरोपीय संघ और अन्य पश्चिमी देशों की ओर से बनाए गए दबाव और ताइवन को उनके द्वारा समर्थन करने की पृष्ठभूमि में शी द्वारा ताइवान का जिक्र करना कई मायनों में महत्वपूर्ण है.
ताइवन को अपना हिस्सा बताता है चीन
चीन स्वशासी ताइवान को मुख्यभूमि का हिस्सा बताता है. उसने हाल के महीनों में ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में सैन्य विमानों को उड़ाकर तनाव काफी बढ़ा दिया. वहीं उसने ताइवान के निकट कई सैन्य अभियान भी संचालित किए हैं. शी के दस मिनट के संबोधन का ज्यादातर हिस्सा सत्तारूढ़ पार्टी के 100 वर्ष पूरा होने की तरफ ही था.
उन्होंने पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) और सैन्य पुलिस की मजबूत सेना बनाने और देश की रक्षा करने के प्रति उनके समर्पण की भी सराहना की. वहीं चीनी राष्ट्रपति ने 2049 तक विश्वशक्ति बनने के लिए अपने नागरिकों को और मेहनत करने को कहा. शी का कहना था कि हमें अपने लक्ष्यों के प्रति रणनीतिक दृष्टिकोण बना कर चलना है और उस दिशा में काम करते हुए आने वाले संभावित लक्ष्यों की पूर्ति के लिए काम करते जाना है.
वहीं शी ने दावा किया कि चीन ने 2021 तथाकथित "मध्यम रूप से समृद्ध" समाज के निर्माण के अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया है. शी ने अपने भाषण में कहा कि हमें हमेशा हमारे लक्ष्यों के लिए एक लॉन्ग टर्म विजन के साथ उसे पूरा करने में आने वाले खतरों को ध्यान में रखते हुए अपने महान लक्ष्यों की पूर्ति के लिए आगे बढ़ते रहना चाहिए.
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