US China Relations: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को खुलासा किया कि उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग ने एक बार उनसे क्वाड को लेकर उनसे शिकायत की थी. जिनपिंग ने कहा था कि वह चीन के खिलाफ क्वाड को मजबूत कर रहे हैं.
बाइडेन ने सिएटल स्थित एक निजी आवास पर पार्टी के लिए धन एकत्रित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘मैंने शी जिनपिंग को संकेत दिया था कि मैं क्वाड (ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका) के बीच सहयोग को बढ़ा रहा हूं. इस पर उन्होंने कहा कि आप हमें प्रभावित करने के लिए ऐसा कर रहे हैं. लेकिन मैंने कहा, ऐसा नहीं है.’’
बाइडेन ने कहा कि उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि क्वाड इसलिए है, क्योंकि हम उन लोगों को एकसाथ रखने की कोशिश कर रहे हैं जिनके पास हिंद-प्रशांत में एकसाथ काम करने का अवसर है.
'कई देश निरंकुश बन गए हैं'
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत समेत अन्य देशों की अपनी-अपनी समस्याएं हैं, लेकिन तानाशाह जिस बात से सबसे ज्यादा डरते हैं, वह यह धारणा है कि हम एकसाथ मिलकर काम कर सकते हैं और उनके विपरीत काम कर सकते हैं जो वास्तव में निरंकुश हैं. उन्होंने कहा कि केवल चीन और रूस की बात नहीं हो रही, उनकी नजर में कई देश निरंकुश बन गए हैं.
2017 में हुआ था क्वाड का गठन
बता दें नवंबर 2017 में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान ने क्वाड की स्थापना के लंबित प्रस्ताव को आकार दिया था, जिसका मकसद सामरिक रूप से अहम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य मौजूदगी के बीच प्रमुख समुद्री मार्गों को किसी भी प्रभाव से मुक्त रखने के लिए एक नई रणनीति विकसित करना था.
कुछ दिनों पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संकेत दिया था कि आगामी क्वाड शिखर सम्मेलन 24 मई को जापान में आयोजित होगा, लेकिन व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने इसकी सटीक तिथि नहीं बताई.
यह भी पढ़ें:
European Union ने नफरती भाषण, दुष्प्रचार पर ऐतिहासिक समझौते को सैद्धांतिक मंजूरी दी