शी जिनपिंग की नई टीम में ये चार खास लोग हैं शामिल, कोई प्रोपेगेंडा चीफ तो किसी का है आतंक से कनेक्शन
शी जिनपिंग को एक बार फिर चीन का राष्ट्रपति नियुक्त कर लिया गया है. शी जिनपिंग की नई टीम में उनके चार करीबी शामिल हो सकते हैं. कहा जा रहा है कि जिनपिंग राज में यही 4 लोग अब चीन को चलाएंगे.
Xi Jinping Third Term: शी जिनपिंग इस वक्त चीन के सबसे शक्तिशाली और ताकतवर नेताओं में से एक हैं. ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि जिनपिंग इस समय अपने राजनीतिक जीवन के चरम पर पहुंच गए हैं. चीन में उनकी बगावत करने की हिमाकत कोई नहीं कर रहा. वहीं जिन चेहरों पर जिनपिंग को भरोसा नहीं था वो उनको पोलित ब्यूरो और स्टैंडिंग कमेटी से बाहर का रास्ता दिखा चुके हैं. इसी के साथ कम्युनिस्ट पार्टी की टॉप बॉडीज पर अब जिनपिंग ने अपने करीबियों को एंट्री दिलवा दी है.
शी जिनपिंग की नई टीम का एलान बस कुछ ही देर बाद होने वाला है. इस बीच 4 नाम बहुत चर्चा में हैं. कहा जा रहा है कि जिनपिंग राज में यही 4 लोग अब चीन को चलाएंगे. 100 साल से ज्यादा पुरानी चीन की कम्युनिस्ट पार्टी पर अब शी जिनपिंग एंड कंपनी का कब्जा हो चुका है. अब से पार्टी और चीन को जिनपिंग के जो 4 खासमखास चलाएंगे, आइए उनके बारे में आपको बताते हैं.
जिनपिंग की 4 बड़ी 'शक्तियां'
- सबसे पहला नाम है डिंग शूशियांग का. शूशियांग, शी जिनपिंग की पर्सनल सिक्योरिटी के इंचार्ज हैं यानी जिनपिंग इनसे ज्यादा भरोसा किसी पर नहीं करते. डिंग शूशियांग पोलित ब्यूरो के मेंबर भी हैं.
- लिस्ट में दूसरा नाम है चेन मिनर का. शातिर दिमाग चेन को कम्युनिस्ट पार्टी का प्रोपेगेंडा चीफ भी माना जाता है.
- चेन मिनर के बाद इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं ली कियांग का. अभी कियांग पोलित ब्यूरो के सदस्य और शंघाई में पार्टी सचिव हैं. ये वही पद है, जहां पर खुद शी जिनपिंग 2007 में स्थायी समिति के लिए चुने जाने से पहले थे.
- चौथा नाम है हू चुन्हुआ का. ये चीन के डिप्टी पीएम हैं. तिब्बत में हू चुन्हुआ के नाम का आतंक आज भी है, इसीलिए जिनपिंग की टीम में ये शामिल हुए हैं.
इनके अलावा, हुआंग कुनमिंग का नाम भी जिनपिंग की पावर कैबिनेट के लिए चल रहा है. अब इन्हीं नामों पर जिनपिंग का एजेंडा चीन पर कड़ाई के साथ लागू करने का जिम्मा रहेगा.
चीन में जिनपिंग का तीसरा दौर
आज जिनपिंग के आजीवन चीन का राष्ट्रपति बने रहने का रास्ता साफ हो जाएगा. एक ओर जहां वर्ल्ड ऑर्डर बदलेगा, वहीं जिनपिंग के खिलाफ विद्रोह भी तेज होगा, क्योंकि सीसीपी और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी में ऐसे कई ताकतवर लोग अभी भी हैं, जो जिनपिंग का तख्तापलट करने के लिए सही वक्त का इंतजार कर रहे हैं. बता दें कि शी जिनपिंग इस साल सीसीपी प्रमुख और राष्ट्रपति के तौर पर अपना 10 साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. पार्टी संस्थापक माओत्से तुंग के बाद वह पहले चीनी नेता होंगे, जो सत्ता में तीसरे कार्यकाल तक कायम रहेंगे. माओत्से तुंग ने करीब तीन दशक तक शासन किया था.
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