रियाद: सऊदी अरब और यमन के बीच जारी जंग में यमन ने कड़ा रुख आपनाते हुए सऊदी पर हमला कर दिया है. हांलाकि सऊदी अरब ने यमन की ओर से दागी गई एक बैलिस्टिक मिसाइल को शुक्रवार को नष्ट कर दिया. एक महीने में यह दूसरा ऐसा हमला है. ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
शिया विद्रोहियों से लड़ रहे सऊदी के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन के प्रवक्ता ने कहा कि सऊदी अरब के दक्षिणी शहर खमिस मुश्त को निशाना बनाकर मिसाइल दागी गई और अभी तक इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
सऊदी प्रेस एजेंसी ने सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन के प्रवक्ता तुर्की अल मालिकी के हवाले से कहा, ‘‘रॉयल सऊदी एयर डिफेंस फोर्सेज ने मिसाइल का पता लगाया जो खमिस मुश्त की ओर बढ़ रही थी.’’ हूती द्वारा चलाए जा रहे अल मसिरा टीवी चैनल ने पहले दावा किया था कि मिसाइल ने सऊदी अरब के भीतर सैन्य लक्ष्य को निशाना बनाया लेकिन सऊदी अधिकारियों ने इसे खारिज कर दिया. हमले से घंटों पहले विद्रोहियों के प्रमुख अब्दुलमलिक अल-हूती ने यमन पर प्रतिबंध लगाने के लिए गठबंधन सेना की कार्रवाई का जवाब देने की धमकी दी थी. बीते महीने हूती द्वारा दागी गई मिसाइल के जवाब में ये प्रतिबंध लगाए गए थे.
सऊदी अरब अपने चिर प्रतिद्वंद्वी ईरान पर यमन के हूती विद्रोहियों का समर्थन करने का आरोप लगाता है और गत महीने सऊदी अरब के ताकतवर शहजादे मोहम्मद बिन सलमान ने कहा था कि इसे ‘‘युद्ध की कार्रवाई माना जा सकता है.’’ सऊदी अरब ने ईरान पर हूती विद्रोहियों को हथियार देने का आरोप लगाया है लेकिन ईरान इस आरोप को खारिज करता है.
इस बीच, यमन की राजधानी सना में हूती विद्रोहियों और पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह के समर्थकों के बीच आज लगातार दूसरी रात भी झड़प हुई. सालेह के करीबी सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि हूती विद्रोहियों के सशस्त्र समर्थकों ने विद्रोही सरकार में स्थानीय अधिकारियों के आवासों का घेराव कर लिया.
प्रत्यक्षदर्शियों और सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि सालेह समर्थकों को विद्रोहियों के कब्जे वाले शहर की सड़कों पर तैनात होते देखा गया. सना में कल सालेह मस्जिद में झड़पों के 24 घंटे बाद आज की हिंसा हुई। कल झड़पों में नौ हूती विद्रोही और पांच सालेह समर्थक मारे गए थे.