Houthi Militants Hijacking: इजरायल ने यमन के हूती विद्रोहियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने लाल सागर में एक अंतरराष्ट्रीय मालवाहक जहाज को जब्त कर लिया है. इजरायल का कहना है कि हूती विद्रोहियों के ग्रुप के जरिए जब्त किया गया मालवाहक जहाज भारत की ओर जा रहा था. तेल अवीव का कहना है कि इसे आतंकवादी घटना करार देते हुए, इसका आरोप ईरान पर लगाया है. उसका कहना है कि ये वैश्विक स्तर पर एक बहुत गंभीर घटना है. 


प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा है कि ब्रिटिश स्वामित्व वाले और जापान से ऑपरेट होने वाले मालवाहक जहाज को ईरान के सहयोगी हूती विद्रोहियों ने कब्जा लिया है. जहाज पर एक भी इजरायली नागरिक नहीं था. नेतन्याहू कार्यालय ने कहा कि ये ईरान का एक आतंकी काम है, जो ग्लोबल शिपिंग रूट्स की सुरक्षा को प्रभावित करता है. ये ईरान के जरिए आजाद दुनिया के लोगों के खिलाफ किए जाने वाली कार्रवाइयों को दिखाता है. 


हूती विद्रोहियों ने क्या कहा? 


यमन के हूती विद्रोहियों का कहना है कि उन्होंने मालवाहक जहाज पर कब्जा किया है. हालांकि, उनका दावा है कि उन्होंने इजरायली जहाज हाईजैक किया है. जहाज को लाल सागर से यमन के एक बंदरगाह पर ले जाया गया है. हूती विद्रोहियों के सैन्य यूनिट के प्रवक्ता ने कहा, 'हम इस्लामिक नियम-कायदों के हिसाब से जहाज के क्रू मेंबर्स के साथ व्यवहार कर रहे हैं.' हूती विद्रोहियों ने पहले जहाज की ओर हेलीकॉप्टर भेजा और फिर उसमें से लड़ाके उतरे और उन्होंने हाईजैकिंग को अंजाम दिया. 


जहाज पर किस देश के नागरिक? 


इजरायल ने बताया है कि जहाज पर 25 के करीब क्रू मेंबर्स हैं, जो यूक्रेन, बुल्गारिया, फिलीपींस और मैक्सिको जैसे देशों के नागरिक हैं. अमेरिका के दो रक्षा अधिकारियों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि हूती विद्रोहियों ने गैलेक्सी लीडरशिप नाम के जहाज को हेलीकॉप्टर के जरिए कब्जे में लिया है. वहीं, हूती विद्रोहियों का कहना है कि वह उन सभी जहाजों को निशाना बनाने वाले हैं, जो इजरायल से ऑपरेट होते हैं या फिर उन्होंने इजरायली झंडा लगाया हुआ है. ऐसे जहाजों पर काम कर रहे अन्य देशों के नागरिकों को नौकरी छोड़ने की धमकी भी दी गई है. 


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